अग्निवीर पर अखिलेश का वार कहा सत्ता में आते ही बंद करेंगे योजना
आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस और पीएसी में भर्ती के लिए सेवा से लौटने वाले अग्निवीरों को महत्व देगी
Agniveer Scheme: केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर विपक्ष के हमले लगातार जारी हैं. शुक्रवार को जहाँ उत्तर प्रदेश सरकार ने अग्निवीर के पहले बैच से लौटने वाले अग्निवीरों को नौकरी में आरक्षण देने की योजना के बारे में एलान किया तो वहीँ उसके अगले दिन यानी शनिवार ( 27 जुलाई ) को उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ये एलान कर दिया कि जैसे ही हम सत्ता में आयेंगे अग्निवीर योजना को समाप्त कर देंगे.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार (27 जुलाई) को वादा किया कि "जैसे ही हम सत्ता में आएंगे" अग्निपथ योजना को समाप्त कर देंगे. लोकसभा सदस्य यादव ने ये बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सेवानिवृत्त अग्निवीरों के लिए आरक्षण की घोषणा के एक दिन बाद कही.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा, "हमारे सत्ता में आते ही देश की सुरक्षा से समझौता करने वाली और सैनिकों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली अल्पकालिक 'अग्निवीर' सैन्य भर्ती 24 घंटे के भीतर रद्द कर दी जाएगी."
उन्होंने कहा, "अग्निवीर पर हमारी यही मांग है. पुरानी भर्ती (मॉडल) को बहाल किया जाना चाहिए."
अग्निवीरों के लिए आदित्यनाथ का वादा
वहीँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल में भर्ती के लिए सेवा से वापस लौटे अग्निवीरों को महत्व देगी. केंद्र ने 2022 में सेना, नौसेना और वायु सेना में 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की, जो मोटे तौर पर चार साल के अनुबंध के आधार पर होगी. इस योजना के तहत भर्ती किए गए लोगों को अग्निवीर के नाम से जाना जाएगा. चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रत्येक बैच से 25 प्रतिशत अभ्यर्थियों को नियमित सेवा प्रदान की जाएगी. कई राज्यों ने कहा है कि वे अपने-अपने पुलिस बलों में सेवानिवृत्त अग्निवीरों की भर्ती करेंगे.
अग्निवीर योजना की आलोचना को लेकर कारगिल विजय दिवस पर विपक्ष पर भड़के थे प्रधानमंत्री मोदी
शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पीएम मोदी अग्निपथ स्कीम का जिक्र करते हुए विपक्ष पर जमकर भड़के. उन्होंने कहा कि अग्निपथ स्कीम का मकसद सेना को युवा बनाना है. विपक्ष इस मुद्दे पर सिर्फ और सिर्फ राजनीति कर रहा है, जो लोग देश के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं; उनका इतिहास साक्षी है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है. ये वही लोग हैं, जिन्होंने 500 करोड़ की मामूली रकम दिखाकर OROP पर झूठ बोला. ये हमारी सरकार है, जिसने OROP लागू किया. पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए.
सच्चाई ये है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा. प्राइवेट सेक्टर और पैरा मिलिट्री फोर्सेस में भी अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणाएं की गई हैं. दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है. कुछ लोग सेना के इस reform पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए झूठ की राजनीति कर रहे हैं. ये वही लोग हैं, जिन्होंने सेना में हजारों-करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया. ये वही लोग हैं, जो चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फाइटर जेट न मिल पाएं. ये वही लोग हैं, जिन्होंने तेजस फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की तैयारी कर ली थी.
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