
फिर बढ़ेगी एल्विश यादव की मुश्किल! 'चुम दरांग' पर किया था कमेंट, APSCW ने की कार्रवाई की मांग
APSCW ने NCW को एक पत्र में आरोप लगाया कि एल्विश यादव ने हाल ही में एक वीडियो में चुम दरांग पर अपमानजनक और जातिवादी टिप्पणियां की हैं.
APSCW complaint against Elvish Yadav: अरुणाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग (APSCW) ने मंगलवार को कहा कि उसने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में शिकायत दर्ज कराई है. इस शिकायत में APSCW ने 'बिग बॉस 18' की फाइनलिस्ट चुम दरांग पर किए गए "अपमानजनक और जातिवादी" टिप्पणियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
APSCW की अध्यक्ष केनजुम पाकम ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को एक पत्र में आरोप लगाया कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव ने हाल ही में एक वायरल वीडियो में मिस चुम दरांग पर अपमानजनक और जातिवादी टिप्पणियां की हैं. APSCW की अध्यक्ष ने कहा कि एल्विश यादव की टिप्पणी न केवल चुम दरांग का अपमान करती है, बल्कि यह नॉर्थ-ईस्ट महिला समाज का भी अपमान करती है. पत्र में कहा गया कि एल्विश यादव की सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी ने विशेष रूप से चुम दरांग और सामान्य रूप से उत्तर-पूर्व की महिलाओं की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है. इस तरह के व्यवहार और अपमानजनक टिप्पणियां उत्तर-पूर्व की महिलाओं में डर और धमकाने की भावना पैदा करती हैं. जो बॉलीवुड फिल्म उद्योग में अपने सपनों के पूरे होने का इंतजार कर रही हैं.
APSCW अध्यक्ष ने NCW से इस स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए पत्र में राष्ट्रीय निकाय से आग्रह किया कि वे एल्विश यादव के जातिवादी टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लें और चुम दरांग और समाज की भावना के लिए न्याय सुनिश्चित करें. वहीं, चुम दरांग ने इंस्टाग्राम पर कहा कि किसी की पहचान और नाम का अपमान करना 'मज़ाक' नहीं है. किसी की उपलब्धियों का मजाक उड़ाना सही नहीं है. यह समय है, जब हमें हास्य और नफरत के बीच की सीमा तय करनी चाहिए.
उन्होंने एल्विश यादव पर उनके योगदान का मजाक उड़ाने के लिए आलोचना की. जो और भी निराशाजनक है, वह यह है कि यह केवल मेरी जातीयता के बारे में नहीं था. मेरी कड़ी मेहनत और संजय लीला भंसाली जैसे दूरदर्शी द्वारा समर्थित एक फिल्म का भी अपमान किया गया.