
ऑपरेशन सिंदूर में 100 आतंकी, 40 पाक सैनिक ढेर; पाकिस्तानी एयरबेस तबाह
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के अगले दिन तीनों सेनाओं के बड़े अधिकारियों की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर की डीटेल तस्वीरों के साथ रखी गई।
सीज़फायर के एक दिन बाद मीडिया को ब्रीफ़ करते हुए भारतीय सेना ने बताया कि 7 मई से 10 मई के बीच लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LoC) पर पाकिस्तान सेना के 35-40 जवान मारे गए।
सेना ने यह भी कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 7 मई को 9 आतंकी ठिकानों पर की गई स्ट्राइक में 100 आतंकवादी मारे गए, जिनमें पुलवामा हमले के आरोपी और IC-814 विमान अपहरण में शामिल आतंकवादी भी शामिल थे। उन आतंकियों में यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद के नाम शामिल हैं।
'लश्कर' का ट्रेनिंग सेंटर ध्वस्त
डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल ए के भारती ने 7 मई को भारत द्वारा नष्ट किए गए आतंकी ठिकानों की "पहले और बाद" की तस्वीरें भी मीडिया को दिखाईं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के मुरीदके में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के उस ठिकाने को भी ध्वस्त किया गया जहां मुंबई हमले के आतंकी अजमल आमिर कसाब और डेविड कोलमन हेडली की ट्रेनिंग हुई थी।
उन्होंने बहावलपुर में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर को उड़ाने की तस्वीरें भी दिखाईं। एयर मार्शल ए के भारती ने बताया, "बहावलपुर में चल रहे आतंकी शिविर की डबल स्टोरी बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया। हमारा काम सिर्फ आतंकियों और उनके अड्डों को खत्म करना था, न कि पाकिस्तानी सेना और उनके दूसरे प्रतिष्ठानों पर हमला करना। वही किया भी गया। "
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि भारतीय सेना ने "पूरी तरह से चौंकाने वाला हमला" किया और बताया कि चिन्हित किए गए नौ आतंकी अड्डों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल ए के भारती ने कहा, "पाकिस्तान ने जब 8-9 मई को जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल से लेकर राजस्थान के सीमावर्ती इलाको में हमारे नागरिकों और सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और UAV से हमले की नाकाम कोशिश की, तो भारत ने उसके जवाब में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को टारगेट किया जिसमें पाकिस्तान को बहुत नुकसान हुआ।"
भारत ने पाकिस्तान के जो सैन्य ठिकाने तबाह किए
पाकिस्तानी ड्रोन अटैक के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के जिन सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया, डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल ए के भारती ने उनकी डीटेल तस्वीरों के साथ सामने रखी।
उन्होंने कहा, "इनमें वायुसेना ठिकाने, कमांड सेंटर, सैन्य ढांचा और पश्चिमी मोर्चे पर वायु रक्षा प्रणालियाँ शामिल थीं। जिन ठिकानों को हमने निशाना बनाया, उनमें इस्लामाबाद के पास स्थित चकलाला एयरफील्ड, रफीकी, सरगोदा एयरफील्ड, रहीम यार खान एयरफील्ड, सक्कर एयरफील्ड, भोलारी एयरफील्ड, जकबाबाद एयरफील्ड के अलावा पसरूर एयर डिफेंस रडार, चुनिआन एयर डिफेंस रडार और आरिफवाला एयर डिफऱेंस रडार शामिल हैं।"
एयर मार्शल भारती ने कहा, "पाकिस्तान द्वारा हमारे नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश के बाद हमारे पास उनके सैन्य ठिकानों को टारगेट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था"
वाइस एडमिरल ए. एन. प्रमोद ने कहा कि "जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद, "भारतीय नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप (CBG), सतह पर तैनात बल, पनडुब्बियाँ और वायुसेना की संपत्तियाँ संयुक्त रक्षा बलों की ऑपरेशन योजना के तहत पूर्ण युद्ध तत्परता के साथ तुरंत समुद्र में तैनात कर दी गईं।"