आखिर केजरीवाल को क्यों कहना पड़ा- 'पार्टी के साथ हैं भगवान'? पढ़ें पूरी स्टोरी
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान पार्टी के साथ हैं और डरने की कोई जरूरत नहीं है.
ED raids aap MP Sanjeev Arora: लगता है आम आदमी पार्टी (आप) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक मामला थोड़ा शांत पड़ता है तो दूसरा शुरू हो जाता है. आप के कई वरिष्ठ नेताओं, सांसद, मंत्री, विधायकों यहां तक कि खुद अरविंद केजरीवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच का सामना करना पड़ा और जेल तक जाना पड़ा. फिलहाल आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जमानत पर बाहर हैं. इसी बीच पार्टी के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा के ठिकानों पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांहच के तहत छापेमारी की. केंद्रीय जांच एजेंसी की इस कार्रवाई के बाद अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि भगवान पार्टी के साथ हैं और डरने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि हमने कोई गलत काम नहीं किया है. बता दें कि उनकी यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है, जब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत आप के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की.
केजरीवाल ने कहा कि भगवान पार्टी के साथ हैं. डरने की कोई जरूरत नहीं है. कोई गलत काम नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के नाम पर अपनी जांच एजेंसियों के जरिए उनकी पार्टी और उसके वरिष्ठ नेताओं को निशाना बना रही है.
केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के साथ संवाददाताओं से कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री एक पार्टी के पीछे पड़े हैं और उन्होंने पार्टी और उसके नेताओं को खत्म करने के लिए सभी संसाधनों और एजेंसियों को तैनात कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर धीरे-धीरे पर्दा गिर रहा है. क्योंकि लोगों को एहसास हो रहा है कि वह उपदेश कुछ और देते हैं. लेकिन करते कुछ और हैं.
इससे पहले दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ईडी की छापेमारी को पार्टी को तोड़ने का प्रयास बताया. सिसोदिया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आप के सदस्य रुकेंगे नहीं, बिकेंगे नहीं और डरेंगे नहीं.
ईडी की छापेमारी
ईडी ने अरोड़ा और अन्य के खिलाफ भूमि "धोखाधड़ी" मामले के सिलसिले में सोमवार को जालंधर, लुधियाना, गुरुग्राम और दिल्ली में कई स्थानों पर तलाशी ली. जालंधर में रियल एस्टेट व्यवसायी हेमंत सूद और चंद्रशेखर अग्रवाल नामक एक अन्य व्यक्ति से जुड़े स्थानों की भी तलाशी ली गई. अधिकारियों ने आरोप लगाया कि अरोड़ा ने अपनी कंपनी के नाम पर एक औद्योगिक भूखंड को "अवैध" तरीके से ट्रांसफर किया है, जिससे धोखाधड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की जा रही है.
अरोड़ा ने खुद को बताया बेकसूर
इस बीच अरोड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट में खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने लिखा कि मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. तलाशी अभियान के कारण के बारे में निश्चित नहीं हूं. एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगा और सुनिश्चित करूंगा कि उनके सभी सवालों के जवाब दिए जाएं.