चुनाव में हुई हार तो केजरीवाल सुनना चाहते हैं मन की बात..., परीक्षा में IIT कानपुर ने पूछा सवाल
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'चुनाव में हुई हार तो केजरीवाल सुनना चाहते हैं 'मन की बात'..., परीक्षा में IIT कानपुर ने पूछा सवाल

Arvind Kejriwal listen to Mann Ki Baat: छात्रों ने 11 फरवरी 2025 को यह परीक्षा दी थी. ये परीक्षा ऑब्जेक्टिव फॉर्मेट पर आयोजित की गई थी.


IIT Kanpur question paper: आईआईटी कानपुर की एक परीक्षा के दौरान एक प्रश्न पत्र में ऐसा सवाल आया, जिसने परीक्षा देने वाले इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के छात्रों को उलझन में डाल दिया. क्योंकि, कानपुर आईआईटी के शिक्षकों ने कुछ ऐसा ही सवाल तैयार किया था. दरअसल, इस प्रश्न पत्र में अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए सवाल पूछा गया है. अब IIT-K का यह प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इतना ही नहीं, यूजर्स ने सवाल तैयार करने वाले प्रोफेसर की आलोचना की और देश के प्रमुख संस्थानों की प्रतिष्ठा को लेकर चिंता जताई.

एक यूजर ने एक्स पर इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि "@IITKanpur प्रोफेसर ने यह सवाल डिज़ाइन किया, गुरुवार आपके पांव कहां हैं?"

वहीं, एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की कि , "इस सवाल के जरिए विपक्षी नेता पर सस्ता तंज कसना न केवल IIT कानपुर जैसे संस्थान की गरिमा को गिराता है, बल्कि यह साबित करता है कि संघियों ने यहां तक कि शैक्षिक संस्थानों पर भी कब्जा कर लिया है. शर्मनाक." एक अन्य यूजर ने कहा कि आईआईटी कानपुर का प्रोफेसर अरविंद केजरीवाल को एक परीक्षा पत्र के जरिए ट्रोल कर रहा है.

सवाल

छात्रों ने 11 फरवरी 2025 को यह परीक्षा दी थी. ये परीक्षा ऑब्जेक्टिव फॉर्मेट पर आयोजित की गई थी. इसके प्रश्न पत्र में सवाल आया था कि दिल्ली चुनाव में करारी हार के बाद IIT के पूर्व छात्र अरविंद केजरीवाल हमारे प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम को AIR FM के 105.4 MHz पर सुनना चाहते हैं. केजरीवाल एक ऐसा फ़िल्टर डिज़ाइन करना चाहते हैं, जो विविध भारती चैनल के कंटेंट को पास करे. जबकि FM रेडियो चैनल्स जैसे कि रेडियो नशा (107.2 MHz) और FM रेनबो लखनऊ (100.7 MHz) को कम से कम -60 dB पर कमज़ोर कर दे. क्योंकि, उन्होंने चुनावी अभियान में काफी खर्च किया है, वह केवल 50 £2 का एक प्रतिरोधक, एक वेरिएबल इंडक्टर और एक वेरिएबल कैपेसिटर का इस्तेमाल करके इस फ़िल्टर को डिज़ाइन कर सकते हैं. क्या आप केजरीवाल की मदद कर सकते हैं. इस फ़िल्टर को R, L और C घटकों का इस्तेमाल करके डिज़ाइन करने में और यह निर्धारित करने में:-

(क) इस फ़िल्टर का गुणवत्ता गुणांक (Q) क्या होगा?

(ख) आवश्यक इंडक्टेंस और कैपेसिटेंस के मान क्या होंगे?

आईआईटी का जवाब

हालांकि, इस प्रश्न पत्र पर छात्रों के उत्तर का तो पता नहीं चल सका. लेकिन आईआईटी कानपुर में आयोजित हुई इस परीक्षा का प्रश्नपत्र जरूर वायरल हो गया. अब लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस पेपर को ट्रोल किया जा रहा है और प्रश्न पत्र को बनाने वाले शिक्षक का मजाक उड़ाया जा रहा है. आईआईटी कानपुर प्रबंधन ने कहा है कि हमारे संज्ञान में आया है कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की एक परीक्षा का एक प्रश्न सोशल मीडिया पर घूम रहा है. हम ये स्पष्ट करना चाहते हैं कि संबंधित फैकल्टी मेंबर्स अक्सर छात्रों के लिए परीक्षा के प्रश्न पत्रों को अधिक आकर्षक बनाने के लिए फेमस लोगों, वास्तविक और काल्पनिक संदर्भों को शामिल करते हैं. इसका मकसद पूरी तरह से एकेडमिक है.

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