पूरी फैमिली कर लेगी सुसाइड! अगर... पोते की कस्टडी को लेकर बोले अतुल सुभाष के पिता
Atul Subhash: अतुल के पिता पवन कुमार ने अपने पोते की कस्टडी के लिए एफआईआर दर्ज कराई है.
Atul Subhash father threatened to commit mass suicide: बेंगलुरू के टेक्निकल विशेषज्ञ अतुल सुभाष (Atul Subhash) ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी. अब उनके पिता ने अब धमकी दी है कि अगर उन्हें उनके पोते की कस्टडी नहीं दी गई तो उनका पूरा परिवार 'सामूहिक आत्महत्या' कर लेगा. अतुल (Atul Subhash) के पिता पवन कुमार मोदी ने बिहार के वैनी थाने में अपने पोते की कस्टडी के लिए एफआईआर भी दर्ज कराई है. खबरों के मुताबिक, वैनी थाने में जिला पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है.
पुलिस का कहना है कि क्योंकि मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से संबंधित है. इसलिए आवेदन और एफआईआर को आगे की जांच और कार्रवाई के लिए जौनपुर पुलिस को भेज दिया गया है.
पोते की सुरक्षा
इस बीच पवन कुमार मोदी, जो अपने 2 वर्षीय पोते के भाग्य से परेशान हैं, बच्चे की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं. दरअसल, अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद मोदी ने एक बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने अपने पोते को कुछ समय से नहीं देखा है. मोदी ने दावा किया कि उन्होंने अपने पोते को सिर्फ़ एक बार वीडियो कॉल के ज़रिए देखा था.
मोदी ने कहा कि मैं बच्चे की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. वह जानना चाहते थे कि निकिता सिंघानिया, उसकी मां और भाई को गिरफ़्तार किए जाने के बाद से बच्चा कहां है. उन्हें लगा कि बच्चे को नुकसान पहुंचाया जा सकता है और उन्होंने मांग की कि उनके पोते, जो बोर्डिंग स्कूल में जाने के लिए बहुत छोटा है, को सुरक्षा और देखभाल के लिए उनके संरक्षण में रखा जाए. उन्होंने कहा कि अगर हमें हमारा पोता वापस नहीं मिला तो मेरा पूरा परिवार आत्महत्या कर लेगा.
इससे पहले अतुल की मां ने अपने पोते की कस्टडी के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश समेत तीन राज्यों के डीजीपी को नोटिस भेजकर लापता बच्चे को बरामद कर सात जनवरी तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
'न्याय मिलना चाहिए' सुसाइड नोट
बता दें कि 9 दिसंबर को आत्महत्या करने वाले सुभाष (Atul Subhash) ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी निकिता, उसकी मां निशा, उसके भाई अनुराग और चाचा सुशील सिंघानिया ने जौनपुर पारिवारिक न्यायालय में तलाक, गुजारा भत्ता और बच्चे की कस्टडी को लेकर चल रहे मुकदमे के दौरान उसे परेशान किया. उन्होंने 90 मिनट का एक वीडियो और 40 पन्नों का एक मृत्यु नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि कैसे उनकी पत्नी उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराती रहीं, जिसके कारण उन्हें यह चरम कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
अपने 2 वर्षीय बच्चे को संबोधित करते हुए, "न्याय मिलना चाहिए" शीर्षक के तहत लिखे गए सुसाइड नोट में लिखा था कि "अब मेरे चले जाने के बाद, लूटने के लिए कोई पैसा नहीं बचेगा और मुझे उम्मीद है कि वे मामले के तथ्यों पर गौर करना शुरू कर देंगे. किसी दिन, तुम्हें अपनी मां और उसके लालची परिवार का असली चेहरा पता चल जाएगा. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें और उनकी आत्मा को नष्ट न करें तथा उन्होंने उनसे सिस्टम पर भरोसा न करने का आग्रह किया.
Disclaimer: आत्महत्याओं को रोका जा सकता है. मदद के लिए कृपया आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन पर कॉल करें: नेहा आत्महत्या रोकथाम केंद्र - 044-24640050; आत्महत्या रोकथाम, भावनात्मक सहायता और आघात सहायता के लिए आसरा हेल्पलाइन - +91-9820466726; किरण, मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास - 1800-599-0019, दिशा 0471- 2552056, मैत्री 0484 2540530, और स्नेहा की आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन 044-24640050.