अयोध्या में 25 लाख दीयों से मन दीपोत्सव, प्रधानमंत्री मोदी बोले अलौकिक अयोध्या
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अयोध्या में 25 लाख दीयों से मन दीपोत्सव, प्रधानमंत्री मोदी बोले ''अलौकिक अयोध्या''

अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली दिवाली है. इस अवसर पर अयोध्या नगरी में सरयू नदी के तट पर 25 लाख से ज्यादा दिए जलाकर रिकॉर्ड बनाया गया. वहीँ आरती का भी रिकॉर्ड बना.


Deepotsav Ayodhya : दिवाली पर पूरा देश जगमगा रहा है लेकिन अयोध्या नगरी की चमक सबसे निराली है. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये दिवाली का पहला मौका है और इस मौके को इतिहास में दर्ज करने की भी पूरी तयारी की गयी. यही वजह है कि अयोध्या में दिवाली की पूर्व संध्या ( छोटी दिवाली ) पर एक नहीं बल्कि दो दो रिकॉर्ड स्थापित हुए.


25 लाख दीयों से जगमगाई अयोध्या
अयोध्या नगरी की बात करें तो बुधवार को राममंदिर और सरयू नदी के तट पर भव्य दीपोत्सव मनाया गया, जिसमें 25 लाख दीयों को जलाया गया. खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस एतिहासिक पल के साक्षी बने और पहला दिया उन्होंने ही प्रज्वल्लित किया. सरयू नदी के 55 घाटों पर 25 लाख से ज्यादा दीये जलाए गए. अगर बात करें तैयारियों की तो कुल 28 लाख दीयों का इंतजाम किया गया था. ताकि दीपोत्सव के लिए दीयों की कमी न हो जाए.

दो रिकॉर्ड बनें
अयोध्या की दिवाली पर एक साथ दो - दो रिकॉर्ड बने. हालाँकि ये पहली बार नहीं है कि यहाँ की दिवाली पर रिकॉर्ड स्थापित हुआ हो. पिछले वर्ष भी दिवाली पर 22 लाख दीयों को जला कर रिकॉर्ड बनाया गया था लेकिन इस वर्ष 25 लाख से ज्यादा दीयों को जलाया गया और अब ये गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. वहीँ दुसरे रिकॉर्ड की बात करें तो सरयू के तट पर एक साथ 1,121 लोगों ने आरती करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

अयोध्या को करना पड़ा 500 वर्ष का इंतज़ार
दिवाली के उपलक्ष्य में आयोजित किये गए दीपोत्सव ओर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि हजारों साल पहले त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या वापस लौटे थे और रामराज्य स्थापित किया था. उनके वापस लौटने पर अयोध्यावासियों ने अपने घरों को दीपों की मालाओं से सजाया था, तभी से प्रति वर्ष ये त्यौहार मनाया जाने लगा. इस वर्ष की बात करने तो सैंकड़ो साल यानी लगभग 500 साल के लम्बे इंतज़ार के बाद भगवन श्रीराम अपने धाम में विराजमान हुए हैं, तो ऐसे में ये दिवाली वास्तव में ही एतिहासिक है.

प्रधानमंत्री ने भी जताया हर्ष

इस वर्ष की अयोध्या की दीवाली की अद्भुत तस्वीरों को देखने के बाद प्रधानमंत्री भी मंत्रमुग्ध हो गए. उन्होंने अपने 'X' हैंडल पर अयोध्या के दीपोत्सव की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि '' अद्भुत, अतुलनीय और अकल्पनीय!
भव्य-दिव्य दीपोत्सव के लिए अयोध्यावासियों को बहुत-बहुत बधाई! लाखों दीयों से आलोकित राम लला की पावन जन्मस्थली पर यह ज्योतिपर्व भावविभोर कर देने वाला है। अयोध्या धाम से निकला यह प्रकाशपुंज देशभर के मेरे परिवारजनों में नया जोश और नई ऊर्जा भरेगा। मेरी कामना है कि भगवान श्री राम समस्त देशवासियों को सुख-समृद्धि और यशस्वी जीवन का आशीर्वाद प्रदान करें।
जय श्री राम!''

इसके कुछ देर बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रामजन्म भूमि के 'X' हैंडल के पोस्ट पर प्रतिक्रिया करते हुए लिखा कि '' अलौकिक अयोध्या!

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के अपने भव्य मंदिर में विराजने के बाद यह पहली दीपावली है। अयोध्या में श्री राम लला के मंदिर की यह अनुपम छटा हर किसी को अभिभूत करने वाली है। 500 वर्षों के पश्चात यह पावन घड़ी रामभक्तों के अनगिनत बलिदान और अनवरत त्याग-तपस्या के बाद आई है। हमारा सौभाग्य है कि हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बने हैं। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम का जीवन और उनके आदर्श विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में देशवासियों के लिए प्रेरणापुंज बने रहेंगे।
जय सियाराम!''



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