कांग्रेस ‘बुलडोजर कार्रवाई’ को लेकर BJP पर हुई हमलावर, कहा- अपराधों का निर्णय कोर्ट में होना चाहिए
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कांग्रेस ‘बुलडोजर कार्रवाई’ को लेकर BJP पर हुई हमलावर, कहा- अपराधों का निर्णय कोर्ट में होना चाहिए

भाजपा शासित राज्यों में ‘बुलडोजर कार्रवाई’ पर कड़ा रुख अपनाते हुए कांग्रेस ने इसे 'अमानवीय और अन्यायपूर्ण' बताया है.


Congress Attacked BJP over bulldozer Action: भाजपा शासित राज्यों में ‘बुलडोजर कार्रवाई’ पर कड़ा रुख अपनाते हुए कांग्रेस ने इसे 'अमानवीय और अन्यायपूर्ण' बताया है. कांग्रेस ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना बेहद परेशान करने वाला है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि किसी के घर को ध्वस्त करना और उसके परिवार को बेघर करना अमानवीय और अन्यायपूर्ण दोनों है. भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों को बार-बार निशाना बनाया जाना बेहद परेशान करने वाला है. कानून के शासन वाले समाज में ऐसी कार्रवाइयों का कोई स्थान नहीं है. कांग्रेस पार्टी भाजपा की राज्य सरकारों द्वारा संविधान की घोर अवहेलना करने और नागरिकों में भय पैदा करने के लिए बुलडोजर चलाने की रणनीति का इस्तेमाल करने की कड़ी निंदा करती है.

खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अराजकता प्राकृतिक न्याय की जगह नहीं ले सकती. अपराधों का निर्णय कोर्ट में होना चाहिए, न कि राज्य प्रायोजित दबाव के माध्यम से. यह बयान मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा स्थानीय नेता शहजाद अली के आलीशान घर को ध्वस्त करने और गिरफ्तारियों की झड़ी लगाने के एक दिन बाद आया है. यह कार्रवाई मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में 21 अगस्त को हुई एक हिंसक झड़प के बाद की गई है, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. कांग्रेस और भाजपा की स्थानीय इकाइयों ने शुक्रवार को कहा था कि अली दूसरी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं.

खड़गे के साथ, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी 'बुलडोजर न्याय' के बारे में बात की, इसे 'अस्वीकार्य' बताया और कहा कि इसे रोका जाना चाहिए. वाड्रा ने कहा कि अगर किसी पर अपराध का आरोप है तो केवल अदालत ही उनके अपराध और सजा का फैसला कर सकती है.

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर गिरा देना - यह न्याय नहीं है. उन्होंने कहा कि यह "बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है. कानून बनाने वालों, कानून रखने वालों और कानून तोड़ने वालों में फर्क होना चाहिए. सरकारें अपराधियों की तरह व्यवहार नहीं कर सकती है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन करना सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है. जो अपना कर्तव्य नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का भला कर सकता है और न ही देश का. बुलडोजर वाला न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, इसे रोका जाना चाहिए.

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