
'पेशेवर सेना नुकसान से नहीं घबराती' ऑपरेशन सिंदूर पर बोले CDS जनरल अनिल चौहान
CDS जनरल अनिल चौहान ने अपने भाषण के ज़रिए न केवल पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी, बल्कि यह भी बताया कि भारत अब सिर्फ सहने वाला देश नहीं है.
CDS Anil Chauhan: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को पुणे के सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में 'भविष्य के युद्ध और युद्धनीति' विषय पर एक विशेष व्याख्यान दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'पेशेवर सैन्य बलों को न तो नुकसानों से फर्क पड़ता है और न ही असफलताओं से.'
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की रणनीति और संभावित लड़ाकू विमान नुकसान की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए जनरल चौहान ने कहा कि युद्ध में नुकसान महत्वपूर्ण नहीं होते, बल्कि यह मायने रखता है कि क्या हमारा लक्ष्य पूरा हुआ या नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर भारत सरकार के लिए बदले की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह दिखाने के लिए था कि भारत की सहनशीलता की भी एक सीमा है.
CDS ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद अब और नहीं चलेगा. भारत को आतंकवाद के डर में जीने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता और न ही न्यूक्लियर ब्लैकमेल की रणनीति काम करेगी.
ऑपरेशन सिंदूर
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के सटीक सैन्य हमलों का उद्देश्य स्पष्ट था— यह सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह यह बताने के लिए था कि भारत आतंक के साये में नहीं जीएगा. जनरल चौहान ने यह भी जोड़ा कि भारत की सैन्य कार्रवाइयों का मकसद रणनीतिक संतुलन बनाए रखना और राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोकना है.