अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए CJI चंद्रचूड़ ने समाधान के लिए भगवान से की थी प्रार्थना
सीजेआई ने कहा, ''अयोध्या विवाद के दौरान, जो तीन महीने तक मेरे सामने था...मैं भगवान के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका समाधान ढूंढना होगा”
CJI On Ayodhya Verdict : भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, जो 2019 में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच का हिस्सा थे, ने कहा है कि उन्होंने समाधान के लिए भगवान से प्रार्थना की थी।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने रविवार (20 अक्टूबर) को महाराष्ट्र के खेड़ तालुका में अपने पैतृक गांव कन्हेरसर में लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी में आस्था है तो भगवान भी रास्ता निकाल ही लेते हैं।
गांव में सम्मानित होने वाले सीजेआई ने कहा, "अक्सर हमारे पास मामले (निर्णय के लिए) होते हैं, लेकिन हम समाधान पर नहीं पहुंच पाते। अयोध्या विवाद के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जो तीन महीने तक मेरे सामने था। मैं भगवान के सामने बैठा और उनसे प्रार्थना की कि उन्हें समाधान खोजने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से प्रार्थना करते हैं और कहा, "मेरा विश्वास कीजिए, यदि आपमें आस्था है तो भगवान हमेशा कोई रास्ता निकाल लेते हैं।"
अयोध्या फैसला
9 नवंबर, 2019 को तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करके एक सदी से भी अधिक पुराने विवादास्पद मुद्दे का निपटारा कर दिया।
इस वर्ष 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में मंदिर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। संयोगवश, मुख्य न्यायाधीश ने इस वर्ष जुलाई में अयोध्या में राम मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की थी।
सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने यह भी फैसला दिया था कि अयोध्या में वैकल्पिक पांच एकड़ भूखंड पर मस्जिद बनाई जाएगी।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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