सीएम केजरीवाल की बढ़ी न्यायिक हिरासत, 3 जुलाई तक जेल में रहना होगा
दिल्ली की एक अदालत ने कथित दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत अवधि 3 जुलाई तक बढ़ा दी है.
CM Kejriwal Judicial Custody: दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को कथित दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत अवधि 3 जुलाई तक बढ़ा दी है. केजरीवाल 1 अप्रैल से जेल में बंद हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए 10 मई को अंतरिम जमानत दी थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने देशभर में कई रैलियां कीं. वह 2 जून को जेल वापस आ गए. जांच एजेंसी का मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने नीति तैयार करने और शराब लाइसेंस के बदले रिश्वत मांगने में अहम भूमिका निभाई थी.
एजेंसी ने दावा किया है कि 'आप' को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली थी, जिसका इस्तेमाल गोवा और पंजाब चुनाव प्रचार में किया गया था. 'आप' और केजरीवाल ने सभी आरोपों का खंडन किया है और गिरफ्तारी और मामले को 'राजनीतिक प्रतिशोध' बताया है. गिरफ्तारी के बाद सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के बीच राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया था. इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व कांग्रेस कर रही है और 'आप' भी इसका सदस्य है.
केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी का चेहरा बनकर उभरीं. सुनीता केजरीवाल ने एक राजनीतिक रैली में एक जोशीला भाषण भी दिया, जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के सदस्य शामिल थे.