
The Federal COGNI की दि बोर्डरूम सीरीज, कैसे AI बदल रहा है CXO के फैसले
The Federal ने मद्रास मैनेजमेंट एसोसिएशन (MMA) के सहयोग से एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उद्योग जगत के दिग्गजों ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ एक तकनीकी उपकरण नहीं रहा, बल्कि शीर्ष स्तर पर निर्णय लेने वाला एक रणनीतिक साझेदार बन गया है।
The Federal ने मद्रास मैनेजमेंट एसोसिएशन (MMA) के सहयोग से एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उद्योग जगत के दिग्गजों ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ एक तकनीकी उपकरण नहीं रहा, बल्कि शीर्ष स्तर पर निर्णय लेने वाला एक रणनीतिक साझेदार बन गया है।
जब AI बोर्डरूम में प्रवेश कर रहा है, तब उद्योगजगत के प्रमुख लोग चेन्नई के अन्ना सलाई स्थित MMA मैनेजमेंट सेंटर में The Federal के ‘COGNI: The Boardroom Series’ के लिए एकत्रित हुए।
"From Insight to Impact: AI in the Boardroom" शीर्षक वाले इस सम्मेलन में यह बताया गया कि कैसे AI सिर्फ तकनीक तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उच्च स्तरीय रणनीतिक निर्णयों में मार्गदर्शन करने वाला एक महत्वपूर्ण सहयोगी बन गया है। कार्यक्रम के शीर्ष प्रायोजक Thunai AI और ज्ञान भागीदार TheNeural थे।
AI कैसे बदल रहा है व्यापारिक निर्णय लेने का तरीका?
इस पर CXOs, इनोवेशन हेड्स, प्रोडक्ट आर्किटेक्ट्स और टेक्नोलॉजिस्ट्स ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत The Federal की न्यूज एडिटर इंदिरा बालाजी के उद्घाटन भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि भले ही AI कॉर्पोरेट की ऊँचाइयों तक पहुँच रहा है, लेकिन भारत में इसके मीडिया कवरेज की आवाज़ काफी धीमी रही है। उन्होंने कहा, “The Federal में हम सिर्फ रिपोर्ट नहीं करते, हम सार्थक संवाद शुरू करते हैं।”
फायरसाइड चैट: AI एक रणनीतिक सहयोगी के रूप में
The Federal के एडिटर-इन-चीफ एस श्रीनिवासन ने Kissflow के CPO दिनेश वरदराजन के साथ एक फायरसाइड चैट की मेज़बानी की। श्रीनिवासन ने कहा कि AI पूरी कार्यप्रणाली को बदल सकता है, ठीक वैसे जैसे औद्योगिक क्रांति ने किया था।
उन्होंने कहा, “कुछ लोग मानते हैं कि मशीनें जल्द ही इंसानों की जगह ले लेंगी, जबकि कुछ इसे महज एक और तकनीकी विकास मानते हैं। मेरा मानना है कि सच्चाई इन दोनों के बीच कहीं है।”
दिनेश ने कहा कि यह बदलाव निर्णय लेने वालों की मदद करेगा, लेकिन जो लोग सिर्फ निर्देशों का पालन करते हैं, उनके लिए यह चुनौती हो सकता है क्योंकि AI उन्हें आसानी से रिप्लेस कर सकता है।
“नेता जानते हैं उन्हें क्या चाहिए, और वे अपनी टीम से उसे पूरा करवाते हैं। लेकिन अब AI के साथ, लीडरशिप टीम खुद भी यह सब कर सकती है,” उन्होंने कहा।
रणनीति में AI को कैसे जोड़ा जाए?
इसके बाद एक पैनल चर्चा हुई, जिसमें यह सवाल था कि जब AI ऑपरेशंस से आगे बढ़कर रणनीति का हिस्सा बनता है, तो उस पर विश्वास कैसे बनाया जाए? और CXOs इस बदलाव को कैसे अपना रहे हैं? इस चर्चा का संचालन TheNeural के संस्थापक रंजीत मेलरकोड ने किया। चर्चा में कई डिजिटल नवाचार से जुड़े प्रमुख लोगों में जगन सेल्वराज, CEO, Thunai AI, अपर्णा टीए, हेड ऑफ एंटरप्राइज आईटी सॉल्यूशन्स, ManageEngine (Zoho), मनीष बाफना, SVP ऑफ इंजीनियरिंग, Responsive और राज बाबू, संस्थापक और CEO, Agilisium Labs शामिल हुए.
लाइटनिंग प्रेजेंटेशन
Thunai AI के संस्थापक आदित्य संथानम ने एक प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे Thunai एक AI ब्रेन के रूप में काम करता है – एक इंटेलिजेंट टीममेट की तरह। उन्होंने कहा कि इंसान और AI की साझेदारी अलग-अलग स्रोतों से ज्ञान को जोड़ती है, जिससे कई काम ऑटोमेट किए जा सकते हैं या ज़रूरत पड़ने पर इंसानी हस्तक्षेप के साथ किए जा सकते हैं। The Federal के बिजनेस मैनेजर जे जॉनसन ने धन्यवाद भाषण दिया। उन्होंने कहा, “यह सभा विचारों का एक बेहतरीन आदान-प्रदान रही है, जो नेतृत्व और निर्णय प्रक्रिया में AI के भविष्य को आकार दे रही है।” उन्होंने भविष्य में और ऐसे आयोजनों की आशा जताई।