यह मुद्दा हर भक्त को करेगा आहत, जांच की जरूरत; तिरुपति लड्डू विवाद पर बोले राहुल गांधी
आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में वितरित किए जाने वाले पवित्र प्रसाद तिरुपति लड्डू में मिलावट की खबरों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त की.
Tirupati Laddu controversy: आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में वितरित किए जाने वाले पवित्र प्रसाद तिरुपति लड्डू में मिलावट की खबरों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त की है. सोशल मीडिया पर गांधी ने इस मुद्दे की गहन जांच की मांग की और धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया.
एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने कहा कि तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के अपवित्र होने की खबरें परेशान करने वाली हैं. भगवान बालाजी भारत और दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए पूजनीय देवता हैं. यह मुद्दा हर भक्त को आहत करेगा और इस पर गहन जांच की जरूरत है.
गांधी की यह टिप्पणी मंदिर में प्रतीकात्मक प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू की तैयारी में पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर बढ़ते राष्ट्रीय विवाद के बीच आई है. उन्होंने अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा कि भारत के अधिकारियों को हमारे धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा करनी होगी.
The reports about the defilement of the Prasad at Sri Venkateshwara temple in Tirupati are disturbing.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 20, 2024
Lord Balaji is a revered deity for millions of devotees in India and across the world. This issue will hurt every devotee and needs to be thoroughly looked into.
Authorities…
विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ, जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने लड्डू में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता पर चिंता जताई. नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने में विफलता रही थी, जिसमें लड्डू तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु चर्बी और अन्य अशुद्धियां पाए जाने की रिपोर्ट थी. इन आरोपों से पूरे देश में आक्रोश फैल गया. भक्तों ने पूजनीय प्रसाद के संभावित अपमान पर अपनी पीड़ा व्यक्त की.
इसके बाद मंदिर के शासी निकाय तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा कि लैब परीक्षणों ने ठेकेदार द्वारा आपूर्ति किए गए घी में लार्ड (सूअर की चर्बी) और अन्य अशुद्धियों की उपस्थिति की पुष्टि की है. टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने कहा कि चार अलग-अलग लैब रिपोर्टों में समान परिणाम मिले हैं, जिसके कारण बोर्ड ने आरोपित ठेकेदार से आपूर्ति रोक दी और उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी.
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने आंध्र प्रदेश सरकार से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. जबकि केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने आरोपों की पूरी जांच करने की मांग की है. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दावों को "भटकाव की राजनीति" करार दिया. उन्होंने नायडू पर आरोप लगाया कि वे अपने प्रशासन से असंतोष से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विवाद का इस्तेमाल कर रहे हैं. एक तरफ लोग चंद्रबाबू नायडू के 100 दिनों के शासन पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. वे पूछ रहे हैं कि उनके "सुपर सिक्स" (चुनावी वादे) का क्या हुआ. इन परिस्थितियों में, लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई है.
मिलावटी घी की आपूर्ति करने के आरोप में तमिलनाडु स्थित एआर डेयरी ने अपने उत्पाद की गुणवत्ता का बचाव करते हुए जोर दिया कि मंदिर को आपूर्ति किया गया सारा घी मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं द्वारा प्रमाणित है और आवश्यक मानकों को पूरा करता है. कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि अगर तिरुपति के लड्डू को अपवित्र करने के दावे सही हैं तो दोषियों की पहचान के लिए पूरी जांच होनी चाहिए. लेकिन अगर दावे गलत या प्रेरित हैं तो लाखों भक्त अपनी आस्था के साथ खेलने वालों को माफ नहीं करेंगे.