दिल्ली में दो वोटर आईडी पर पवन खेड़ा को चुनाव आयोग का नोटिस
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पवन खेड़ा ने कहा कि उन्होंने 2016-17 में दूसरा वोटर आईडी कार्ड हटाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। (फ़ाइल फोटो)

दिल्ली में दो वोटर आईडी पर पवन खेड़ा को चुनाव आयोग का नोटिस

कांग्रेस नेता पर आरोप है कि वह दो निर्वाचन क्षेत्रों में पंजीकृत हैं, जो जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के तहत एक दंडनीय अपराध है।


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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली के चुनाव अधिकारियों ने एक ही समय में दो विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के आरोप में नोटिस जारी किया है। नोटिस के अनुसार, खेड़ा का नाम नई दिल्ली और जंगपुरा विधानसभा क्षेत्रों दोनों की वोटर लिस्ट में दर्ज है।

यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब राहुल गांधी बिहार में चुनाव आयोग द्वारा किए गए मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।

नोटिस में कहा गया है कि पवन खेड़ा को बताना होगा कि उनके खिलाफ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के तहत दंडात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। नई दिल्ली ज़िले के जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस नोटिस की प्रति सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी साझा की।

नोटिस में लिखा गया, “जैसा कि आप जानते होंगे, एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में पंजीकरण होना जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के तहत दंडनीय अपराध है। अतः आपसे अपेक्षा की जाती है कि कारण बताएं कि आपके खिलाफ इस अधिनियम के तहत कार्रवाई क्यों न की जाए।”

कांग्रेस नेता को यह जवाब 8 सितंबर सुबह 11 बजे तक देने के लिए कहा गया है।

अमित मालवीय का आरोप

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने दिन में पहले X पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी कार्ड हैं।

उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी छतों पर चढ़कर ‘वोट चोरी’ का नारा लगाते हैं। लेकिन जैसे उन्होंने यह बताना भूल गए कि उनकी मां सोनिया गांधी भारत की नागरिक बने बिना ही देश की वोटर लिस्ट में शामिल हो गई थीं, अब यह सामने आया है कि पवन खेड़ा, जो गांधी परिवार के बेहद करीबी बताए जाते हैं, जंगपुरा और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्रों में दो सक्रिय EPIC नंबर रखते हैं (जो क्रमशः पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली लोकसभा सीटों में आते हैं)।”

खेड़ा ने EC पर डाली जिम्मेदारी

इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए खेड़ा ने पीटीआई को बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी मालवीय से ही मिली।

उन्होंने कहा, “मुझे उनसे (अमित मालवीय) ही पता चला कि मेरे पास दूसरा EPIC (Elector Photo Identity Card) है। मैंने 2016-17 में ही दूसरा कार्ड हटवाने के लिए आवेदन कर दिया था, लेकिन लगता है कि वह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। इसके लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है।”

खेड़ा ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को बीजेपी से उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर शपथपत्र मांगना चाहिए।

बीजेपी का राहुल और खेड़ा पर हमला

बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इस मुद्दे पर राहुल गांधी और पवन खेड़ा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और उनके करीबी सहयोगी चोर हैं और शोर मचा रहे हैं।”

भंडारी ने आगे कहा, “आज जो राहुल गांधी और पवन खेड़ा का गठजोड़ सामने आया है, उससे साफ है कि राहुल गांधी देश के गरीब, वंचित और शोषित लोगों से कितनी नफरत करते हैं। अपने नेताओं की वोट चोरी और वोटर फ्रॉड छिपाने के लिए वे बिहार के नागरिकों को फर्जी और चोर कह रहे हैं।”

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