मोदी के 8 करोड़ नौकरी वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- प्रधानमंत्री बुन रहे झूठ का जाल
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मोदी के 8 करोड़ नौकरी वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- प्रधानमंत्री बुन रहे 'झूठ का जाल'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आठ करोड़ नई नौकरियां पैदा होने वाले बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए 'झूठ का जाल' बुनने का आरोप लगाया है.


Mallikarjun Kharge: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जुलाई को मुंबई के गोरेगांव उपनगर में 29,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ और आधारशिला रखने के बाद कहा था कि पिछले तीन-चार वर्षों में देश में आठ करोड़ नई नौकरियां पैदा हुई हैं. हालांकि, इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री पर 'झूठ का जाल' बुनने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि नरेंद्र मोदी कल मुंबई में नौकरी देने पर झूठ का जाल बुन रहे थे. मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) की घोषणा करते समय आपने क्या कहा था. अगस्त 2020 में आपने कहा था कि एनआरए करोड़ों युवाओं के लिए वरदान साबित होगा. यह सामान्य पात्रता परीक्षा कई परीक्षाओं की आवश्यकता को समाप्त करेगी और समय और संसाधनों की बचत करेगी. इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी.

इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने तीन सवाल भी पूछे कि "एनआरए ने चार साल में एक भी परीक्षा क्यों नहीं आयोजित की? इसने आवंटित 1,517 करोड़ रुपये के फंड में से सिर्फ 58 करोड़ रुपये क्यों खर्च किए? एनआरए की स्थापना सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए की गई थी. क्या इसे जानबूझकर एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समुदायों के युवाओं के आरक्षण के अधिकार को छीनने के लिए निष्क्रिय रखा गया है.

वहीं, कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक से जुड़े विवाद का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा कि एनटीए का इस्तेमाल परीक्षाओं में हेराफेरी करने और पेपर लीक करने के लिए किया गया था और एनआरए द्वारा कोई परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी. भाजपा-आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने और युवाओं के भविष्य को खत्म करने की कसम खाई है. हमने पहले भी एनआरए का मुद्दा उठाया था. लेकिन मोदी सरकार ने चुप्पी साध ली है.

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