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कांग्रेस नेता आनंद शर्मा

मोदी सरकार की विदेश नीति पर कांग्रेस का जोरदार हमला, बोली- गिर गई भारत की साख, घट गया प्रभाव

आनंद शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, हमारे पास सबसे बड़ी शक्ति हमारे नैतिकता थी मानवता की आवाज थी आज दोनों कम हुई है. उन्होंने कहा, कूटनीति विदेश नीति को लेकर एक तरफा फैसला लिया जा रहा है उस पर विराम लगना जरूरी है.


भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत की विदेशी नीति और उसकी गिरती साख को लेकर चिंता जाहिर की है. पूर्व वाणिज्य-उद्योग मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा भारत की विदेश नीति में जिस तरह का बिखराव नजर आ रहा है उसके चलते विश्व में उसके प्रभाव में कमी आई है.

आनंद शर्मा ने कहा, भारत के विदेश नीति में हमेशा से अपने हितों को सबसे ऊपर रखा जाता रहा है. हमने शांति और मानवता को प्राथमिकता दिया है. भारत की विदेश नीति सर्वसम्मति की रही है लेकिन मौजूदा समय में इस सर्वसम्मति को कमजोर किया गया है. उन्होंने कहा, भारत का जो परंपरागत रूख रहा है उससे मौजूदा सरकार पीछे हटती नजर आई है. आनंद शर्मा ने कहा, सरकार के पास निर्णय लेने का अधिकार है लेकिन विदेश नीति से जुड़े मामलों में सर्वसम्मति से फैसला लिया जाना चाहिए.

आनंद शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, हमारे पास सबसे बड़ी शक्ति नैतिकता और मानवता की आवाज थी आज दोनों कम हुई है. उन्होंने कहा, कूटनीति, विदेश नीति को लेकर एक तरफा फैसला लिया जा रहा है उस पर विराम लगना जरूरी है. उन्होंने मांग किया कि राष्ट्रहित के लिए सरकार वास्तविकता को स्वीकार करे और जो देश के बड़े दल हैं उनके नेताओं के साथ बैठकर विचार विमर्श करे. उन्होंने कहा, आने वाले संसद के सत्र में विदेश नीति पर भारत के लिए समस्याएं और चुनौतियां हैं उस पर व्यापक चर्चा हो.

प्रेस वार्ता के दौरान मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़ा करते हुए आनंद शर्मा ने कहा, हमने मानवता और मानव अधिकारों को हमेशा से तवज्जो दिया है. लंबे अर्से से गाजा में नरसंहार हो रहा है. उसमें महिलाएं, बुजुर्गों और बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है. निहत्थों पर हमला किया जा रहा है. उन्होंने कहा, इस मामले में भारत की चुप्पी से हमारे मित्र राष्ट्रों को तकलीफ हुई है. उन्होंने कहा, अक्टूबर 2023 में भारत और कांग्रेस ने हमास के हमले की आलोचना की थी लेकिन उसके बाद गाजा में नरसंहार हो रहा है. 58000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. लोग भूख से मर रहे हैं. लोग खाना लेने जाते हैं तो उन्हें गोलियों से भून दिया जाता है. उन्होंने सवाल खड़ा किया, भारत क्यों नहीं इजरायल से इसे बंद करने को कह रहा है.

आनंद शर्मा ने कहा, 12 जून को जब संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने गाजा में सीजफायर को लेकर चर्चा की गई, प्रस्ताव आया जिससे वहां मानवीय और राहत सहायता पहुंचाई जा सके. 149 देशों ने रिजॉल्युशन के पक्ष में वोट किया. फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और ब्रिक्स देश ने भी प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. लेकिन गांधी के देश ने शांति और सीजफायर के लिए वोट नहीं किया. उन्होंने कहा, भारत के इस एक एक्शन ने उसकी विश्वसनीयता को बेहद चोट पहुंचाई है और ग्लोबल साउथ के लीडर होने के उसके आंकाक्षा को नुकसान पहुंचाया है. आनंद शर्मा ने कहा, ग्लोबल साउथ के सभी देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. लेकिन जो लीडर है उसी ने पक्ष में मतदान नहीं किया.

अमेरिका के साथ ट्रेड डील को लेकर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ये डील बराबरी की होनी चाहिए और अपने हितों को ध्यान को रखकर कोई भी डील करना चाहिए.

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