पीएम मोदी के संबोधन से पहले कांग्रेस के सवाल, ट्रंप नीतियों और भारत-US रिश्तों पर बोलेंगे प्रधानमंत्री?
x

पीएम मोदी के संबोधन से पहले कांग्रेस के सवाल, ट्रंप नीतियों और भारत-US रिश्तों पर बोलेंगे प्रधानमंत्री?

अब सबकी निगाहें प्रधानमंत्री मोदी के आज शाम के संबोधन पर टिकी हैं. क्या वे ट्रंप के दावों और भारत-अमेरिका संबंधों पर खुलकर बोलेंगे या फिर सिर्फ जीएसटी दरों की जानकारी तक सीमित रहेंगे. इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिलेगा.


Click the Play button to hear this message in audio format

PM Modi address 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. उनके इस संबोधन से पहले कांग्रेस ने कई तीखे सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा H-1B वीजा फीस में बढ़ोतरी, भारत पर लगाए गए व्यापारिक शुल्क और भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में ‘मध्यस्थता’ के उनके दावे पर कुछ बोलेंगे या नहीं.

कांग्रेस के महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि जैसे ही पीएम राष्ट्र को संबोधित करने की तैयारी कर रहे हैं, उनके वाशिंगटन डीसी वाले अच्छे मित्र ने एक बार फिर सुर्खियां बटोर ली हैं और 42वीं बार दावा किया है कि उन्होंने अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते के ज़रिए ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाया. रमेश ने लिखा कि ट्रंप ने यह दावा न केवल अमेरिका में किया है, बल्कि सऊदी अरब, कतर और ब्रिटेन की अपनी विदेश यात्राओं में भी दोहराया है.

कांग्रेस के तीखे सवाल

रमेश ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री ट्रंप के इन बयानों पर प्रतिक्रिया देंगे? क्या वे अमेरिका में रहने वाले लाखों H-1B वीजा धारकों की चिंताओं पर बात करेंगे? क्या वे देश के करोड़ों किसानों और श्रमिकों को आश्वासन देंगे, जिनकी रोज़ी-रोटी उनके ‘मित्र’ की टैरिफ नीति से प्रभावित हो सकती है? या फिर वे सिर्फ वही दोहराएंगे जो हम सभी पहले से जानते हैं – नई जीएसटी दरों की जानकारी, जो कल से लागू होने जा रही हैं?

वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि मोदी शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. लेकिन यह नहीं बताया गया है कि संबोधन का विषय क्या होगा. गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा कल से प्रभावी हो रही है, जिससे कई उत्पादों के दाम कम होने की उम्मीद है.

ट्रंप का H-1B वीज़ा फ़ीस बढ़ाने का फैसला

शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा की सालाना फीस में बड़ा इज़ाफा करते हुए इसे $100,000 कर दिया. इस फैसले से अमेरिका में काम कर रहे विदेशी पेशेवरों में हड़कंप मच गया और कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को एडवाइजरी जारी की. हालांकि, बाद में ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह $100,000 की राशि केवल नई H-1B याचिकाओं पर एकमुश्त लागू होगी और मौजूदा वीजा धारकों पर इसका असर नहीं पड़ेगा. यह निर्णय ऐसे समय में आया है, जब भारत-अमेरिका संबंधों में खटास देखी जा रही है. अमेरिका ने 7 अगस्त को भारत पर 25% का ‘रिसिप्रोकल टैरिफ़’ लागू किया और इसके बाद 27 अगस्त से रूस से तेल खरीदने के चलते एक और 25% का दंडात्मक शुल्क जोड़ दिया गया, जिससे कुल टैरिफ़ 50% तक पहुंच गया.

ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप की ‘मध्यस्थता’ का दावा

ट्रंप ने हाल ही में यह भी दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुए एक संघर्ष के दौरान युद्धविराम करवाया और यह ‘शांति स्थापना’ उन्हें नोबेल पुरस्कार दिला सकती है. जानकारी के अनुसार, भारत ने 7 मई की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जो 10 मई की शाम तक चला. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों और सैन्य ठिकानों पर हमला किया. भारतीय सेना ने 13 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों और 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर कम से कम 100 आतंकियों को ढेर किया.

भारत सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस संघर्ष में अमेरिका की ओर से किसी भी तरह की मध्यस्थता नहीं हुई और युद्धविराम दोनों देशों की सेनाओं के बीच मौजूदा सैन्य चैनलों के जरिए तय हुआ था. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई बार स्पष्ट किया है कि भारत ने कभी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है – न पहले, न अब, और न ही भविष्य में करेगा.

Read More
Next Story