congree leader udit raj slams shashi tharoor
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उदित राज ने भाजपा सरकार की खुफिया विफलताओं के बचाव के लिए शशि थरूर को चुनौती दी और कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान भाजपा नेताओं ने 26/11 मुंबई हमलों जैसी सुरक्षा चूकों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। (फाइल फोटो)

सरकार के बचाव पर घिरे थरूर, उदित राज बोले,क्या आप सुपर-बीजेपीमैन हैं?

कांग्रेस के उदित राज ने शशि थरूर की पार्टी के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या वह कांग्रेस के लिए बोल रहे हैं या खुद को भाजपा के साथ जोड़ रहे हैं।


कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की 'खुफिया विफलताओं' का बचाव कर विवाद खड़ा कर दिया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी।

एएनआई से बात करते हुए थरूर ने कहा कि खुफिया चूक सार्वभौमिक होती हैं और लोगों को अभी सरकार की असफलताओं पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए। उन्होंने इसके उदाहरण के तौर पर 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमास के अचानक हमले में वहां की खुफिया विफलता का हवाला दिया।

उनकी इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता उदित राज ने सोमवार (28 अप्रैल) को शशि थरूर पर निशाना साधा और उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाया। राज ने पूछा कि क्या थरूर कांग्रेस के लिए बोल रहे हैं या सत्तारूढ़ भाजपा के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।

'गलतियां सामान्य हैं'

रविवार (27 अप्रैल) को थरूर ने कहा था कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले में खुफिया विफलता हो सकती है, लेकिन इसे उन्होंने 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमास हमले से जोड़ा, जिसने इजराइल — जो अपनी मजबूत खुफिया प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है — को चौंका दिया था।

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है, जैसे इजराइल युद्ध खत्म होने के बाद जवाबदेही तय करेगा, वैसे ही हमें भी मौजूदा संकट का सामना करना चाहिए और फिर सरकार से जवाबदेही की मांग करनी चाहिए। किसी भी देश के पास 100 प्रतिशत फुलप्रूफ खुफिया प्रणाली नहीं हो सकती।"

थरूर ने यह भी जोड़ा कि आतंकवादी हमलों को रोकने की सफल कोशिशें अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती हैं, जबकि विफलताएं ज्यादा ध्यान आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा, "हम कभी उन तमाम आतंकी हमलों के बारे में नहीं जान पाते जिनको सफलतापूर्वक रोका गया। हम केवल उन्हीं के बारे में जानते हैं जिन्हें रोका नहीं जा सका। यह हर देश में सामान्य बात है। विफलताएं हुई हैं, मैं मानता हूं, लेकिन अभी हमारा मुख्य ध्यान इस पर नहीं होना चाहिए।"

तेज आलोचना

कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या वह कांग्रेस के साथ हैं या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ? राज ने पूछा कि क्या थरूर "सुपर-बीजेपी मैन" बनने की कोशिश कर रहे हैं और क्या उन्हें भाजपा का प्रवक्ता नियुक्त कर दिया गया है।

उदित राज ने थरूर द्वारा खुफिया विफलताओं के बचाव पर भी सवाल उठाए और याद दिलाया कि कांग्रेस शासन के दौरान 26/11 मुंबई हमलों जैसी सुरक्षा चूकों के लिए भाजपा नेताओं ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने थरूर से यह भी पूछा कि वह भाजपा सरकार से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस लेने की बात क्यों नहीं कर रहे हैं, बल्कि खुफिया विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस सत्ता में नहीं है, फिर भी भाजपा समय-समय पर आलोचना करती रहती है। कहा जाता था कि कांग्रेस शासन के दौरान आतंकी हमला करते और बच निकलते थे। तो क्या आपको नहीं पूछना चाहिए कि उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम में आतंकी कैसे आए और चले गए?"

राज ने आगे थरूर की इजराइल से तुलना पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि वह अमेरिका के 9/11 के बाद के आतंकवाद-रोधी रिकॉर्ड पर क्यों नहीं बोले?

उदित राज ने ट्वीट किया: "शशि थरूर ने कहा कि किसी देश के पास 100% फुलप्रूफ खुफिया तंत्र नहीं हो सकता। 26/11 मुंबई हमले के समय मोदी जी गुजरात से मुंबई जाकर बोले थे कि केंद्र सरकार असफल रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि समस्या सीमा पर नहीं बल्कि केंद्र में है। जब खुफिया एजेंसियां, बीएसएफ, सीआरपीएफ केंद्र के नियंत्रण में हैं तो आतंकवादी कैसे आए? थरूर जी, मोदी जी से भी यह सवाल पूछिए..." — डॉ. उदित राज (@Dr_Uditraj) 28 अप्रैल 2025

पहलगाम हमला

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें एक नेपाली पर्यटक भी शामिल था। यह हमला लोकप्रिय बैसरण घास के मैदान में हुआ। आतंकियों की तलाश के लिए सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया है।

इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, अपनी सीमाओं को बंद कर दिया और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को निष्कासित कर दिया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने शिमला समझौते को रद्द कर दिया, अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया और भारत के साथ व्यापार भी रोक दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी "हर आतंकवादी और उनके 'समर्थकों' को पहचानने, पकड़ने और सजा दिलाने" का संकल्प लिया है, जो पहलगाम हमले के पीछे थे। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से "अधिकतम संयम" बरतने का आग्रह किया है और चेतावनी दी है कि स्थिति और अधिक सैन्य कार्रवाई की ओर बढ़ सकती है।

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