defence minister rajnath singh in srinagar
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को श्रीनगर में वायुसैनिकों से मिले

जिस भुज एयरबेस को पाकिस्तान ने किया टारगेट, आज वहां जाएंगे राजनाथ सिंह

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने भुज एयरबेस को ड्रोन से निशाना बनाया था।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज गुजरात के भुज एयरबेस जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों से मुलाकात के एक दिन बाद उनका भुज एयरबेस का ये दौरा हो रहा है। गुरुवार को उन्होंने श्रीनगर स्थित बादामी बाग कैंट में सेना के जवानों को संबोधित किया और उनका हौसला बढ़ाया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रक्षा मंत्री अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र का भी निरीक्षण करेंगे। गुजरात की पाकिस्तान के साथ 508 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है।

भुज में सैन्य तैयारियों की समीक्षा करेंगे

रक्षा मंत्री का यह दौरा विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ हुए हालिया सैन्य संघर्ष को ध्यान में रखते हुए सशस्त्र बलों की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा के उद्देश्य से हो रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने भुज पर ड्रोन हमले किए थे, लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने समय रहते खतरे को निष्क्रिय कर दिया।

जम्मू-कश्मीर में क्या बोले राजनाथ सिंह

गुरुवार को अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर सवाल उठाए और संयुक्त राष्ट्र की निगरानी संस्था IAEA से अपील की कि वह पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार को अपने नियंत्रण में ले।

उन्होंने श्रीनगर में कहा, "पूरी दुनिया ने देखा है कि पाकिस्तान ने किस गैर-जिम्मेदाराना तरीके से भारत को धमकी दी। आज श्रीनगर की धरती से मैं पूछना चाहता हूं—क्या परमाणु हथियार ऐसे गैर-जिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र के हाथों में सुरक्षित हैं? मुझे लगता है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।"

धर्म नहीं, कर्म के आधार पर मिला जवाब

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि आतंकवादियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों की हत्या की, लेकिन भारतीय सेनाओं ने आतंकवादियों को उनके कर्म के आधार पर निशाना बनाया, चाहे वे पाकिस्तान में हों या पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में।

"आतंकवादियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर मासूमों की हत्या की, लेकिन आपने जवाब कर्म देखकर दिया... हमने आतंकवादियों को उनके कर्म के आधार पर मारा।"



यह उनका ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू-कश्मीर का पहला दौरा था, जहां उन्होंने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और सेना के जवानों से मुलाकात की।

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