गैस चैंबर में तब्दील हुआ दिल्ली-एनसीआर, 500 के स्तर पर जा पहुंचा AQI
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 'अति गंभीर' श्रेणी को भी पार गया है. दिल्ली के कई इलाकों में सुबह के समय एक्यूआई 500 दर्ज किया गया.
Delhi NCR air pollution: दिल्ली और एनसीआर का पूरा इलाका गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है. मंगलवार आंख खुलते ही लोगों को धुंध के साथ सुबह का दीदार हुआ. इसका असर विजिबिलिटी पर भी पड़ा है. आलम यह था कि कुछ मीटर की दूरी तक देख पाना भी नामुमकिन लग रहा था. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 'अति गंभीर' श्रेणी को भी पार गया है. दिल्ली के कई इलाकों में सुबह के समय एक्यूआई 500 दर्ज किया गया. ऐसे में दिल्ली में अब डीयू और जेएनयू ने भी ऑनलाइन मोड में क्लास लेने का ऐलान कर दिया है. वहीं, ऐसी स्थिति को देखते हुए लग नहीं रहा कि प्रदूषण के इस स्तर से दिल्ली वालों को जल्द राहत मिलने वाली है?
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता "खतरनाक रूप से उच्च" स्तर पर पहुंच गई. एनसीआर के अधिकांश AQI स्टेशन 19 नवंबर सुबह भी 500 को छू रहे थे. इसके साथ ही NCR का पूरा इलाका लगातार सातवें दिन धुंध की घनी परत में समाया रहा.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, जहांगीरपुरी, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम और कई अन्य स्थानों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मंगलवार सुबह 5 बजे 500 अंक को टच कर गया. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (500), द्वारका सेक्टर-8 (498), मुडंका (500), नॉर्थ कैंपस (500), आरके पुरम (499) और वजीरपुर (500) कुछ ऐसे इलाके थे, जहां सुबह 5 बजे दिल्ली में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने वायु प्रदूषण को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सोमवार को एक एडवायजरी जारी की है. इसके साथ ही प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय ने 23 नवंबर तक और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने 22 नवंबर तक ऑफलाइन कक्षाएं बंद कर ऑनलाइन मोड में जाने का फैसला किया है.
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण की स्थिति को "मेडिकल इमरजेंसी" करार दिया है और संस्थानों से सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में निवारक उपाय करने का आग्रह किया है. बता दें कि शहर की हवा को प्रभावित करने वाले दो प्रमुख कारक मौसम की स्थिति और पराली जलाना है.