Dr S Jaishankar External Affairs Minister India
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कश्मीर का चुराया हिस्सा पाकिस्तान से मिलते ही समस्या खत्म, विदेश मंत्री का सीधा जवाब

लंदन के चैथम हाउस में एक पाकिस्तानी पत्रकार ने कश्मीर मुद्दे पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से तीखे सवाल किए थे।


देश- इंग्लैंड, जगह चैथम हाउस। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से वैश्विक मुद्दों पर चर्चा चल रही थी। चर्चा के बीच में पाकिस्तान के एक पत्रकार ने कश्मीर का सवाल उठाया। पत्रकार का पहला सवाल था कि भारत ने गैरकानूनी तरीके से कश्मीर को कब्जे में कर रखा है। सात मिलियन यानी 70 लाख कश्मीरियों की आवाज को एक मिलियन भारतीय सुरक्षा बलों ने दबा रखा है। इसके साथ ही उनका सवाल था कि क्या अब भारत के पीएम नरेंद्र मोदी अपने मित्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इस्तेमाल करेंगे। इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जिस दिन पाकिस्तान के कब्जे में कश्मीर के चुराए हिस्से की वापसी हो जाएगी, उस दिन यह पूरा मुद्दा सुलझ जाएगा।

कश्मीर समाधान की दिशा में उठाए गए कदम

लंदन स्थित चैथम हाउस थिंक टैंक में एक सत्र के दौरान जब उनसे कश्मीर मुद्दे के समाधान को लेकर भारत द्वारा उठाए गए कदमों पर सवाल किया गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि अनुच्छेद 370 हटाना पहला कदम था।

जयशंकर ने कहा,

पहला कदम – अनुच्छेद 370 हटाना।

दूसरा कदम – कश्मीर में विकास, आर्थिक सुधार और सामाजिक न्याय बहाल करना।

तीसरा कदम – कश्मीर में उच्च मतदान दर के साथ चुनाव कराना।

उन्होंने आगे कहा,"अब हम उस हिस्से की वापसी का इंतजार कर रहे हैं, जिसे पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। जब वह हिस्सा लौट आएगा, तब मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि कश्मीर का मसला पूरी तरह सुलझ जाएगा।"

भारत-पाकिस्तान बातचीत और क्रिकेट कूटनीति

पिछले साल अक्टूबर में, भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच 2015 के बाद पहली बार प्रत्यक्ष बातचीत हुई थी। इस दौरान एस. जयशंकर और पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार ने 24 घंटों के भीतर दो बार बातचीत की थी। चर्चाओं में दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करने की संभावनाओं पर भी विचार किया गया था।

चीन और अमेरिका से संबंधों पर भी चर्चा

चैथम हाउस में ‘भारत का उदय और विश्व में उसकी भूमिका’ विषय पर सत्र के दौरान जयशंकर ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। भारत-चीन संबंध पर कहा कि भारत और चीन का एक "विशिष्ट संबंध" है। उन्होंने 2024 के अक्टूबर से लेकर अब तक संबंधों में आई प्रगति, खासकर माउंट कैलाश यात्रा का उल्लेख किया।

अमेरिका के साथ व्यापार जयशंकर ने बताया कि नई रिपब्लिकन सरकार के तहत अमेरिकी टैरिफ पर चर्चा के लिए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल वाशिंगटन में हैं। उनकी बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बैठक के बाद द्विपक्षीय व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है।

भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर चर्चा

जयशंकर ने भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की प्रगति पर भी जानकारी दी और इसे दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और परस्पर विकास को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

🔹 जयशंकर का बयान कश्मीर और भारत की वैश्विक रणनी

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