मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीतिक घमासान: किसने क्या कहा और क्यों?
कांग्रेस ने जहां भाजपा पर निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार करके उनका 'अपमान' करने का आरोप लगाया, वहीं भाजपा ने उस पर 'सस्ती राजनीति' करने का आरोप लगाया।
Manmohan Singh Cremation : मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री जो राजनीतिज्ञ से ज़्यादा एक राजनेता थे। 26 दिसंबर को उनके निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, वो भी दिल से। हालाँकि, उनके अंतिम संस्कार के बाद राजनीती की एक बदसूरत शक्ल भी सामने आई, जिसने एक राजकीय अंतिम संस्कार समारोह को बिगाड़ कर रख दिया। बात कर रहे हैं कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच राजनीतिक वाकयुद्ध की, जो मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार बाद छिड़ गया, जब कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर करके उनका “अपमान” करने का आरोप लगाया और उनके राजकीय अंतिम संस्कार में कुप्रबंधन का भी आरोप लगाया। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी दल “सस्ती राजनीति का सहारा ले रहा है।”
The state funeral of Dr. Manmohan Singh was a shocking display of disrespect and mismanagement -
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) December 28, 2024
▪️No news agencies except DD were allowed; DD focused on Modi & Shah, barely covering Dr. Manmohan Singh’s family.
▪️Only 3 chairs were kept in the front row for Dr. Singh's family.…
खेड़ा ने ये भी कहा, "आम लोगों को बाहर रखा गया, उन्हें कार्यक्रम स्थल के बाहर से ही देखना पड़ा। अमित शाह के काफिले ने अंतिम संस्कार जुलूस में बाधा डाली, जिससे परिवार की गाड़ियां बाहर ही रह गईं। गेट बंद कर दिया गया और परिवार के सदस्यों को ढूंढ़कर वापस अंदर लाया गया। अंतिम संस्कार कर रहे डॉ. सिंह के पोते-पोतियों को चिता तक पहुंचने के लिए जगह की तलाश करनी पड़ी। राजनयिक कहीं और बैठे थे और दिखाई नहीं दे रहे थे। चौंकाने वाली बात यह है कि जब भूटान के राजा खड़े थे, तब प्रधानमंत्री खड़े नहीं हुए। पूरा अंतिम संस्कार क्षेत्र तंग और खराब तरीके से व्यवस्थित था, जिससे जुलूस में शामिल कई लोगों के लिए जगह नहीं बची।"
When the entire nation mourns the demise of former Prime Minister Dr. Manmohan Singh ji, the Congress party is busy turning this moment of grief into an opportunity to fulfill their political agenda.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 28, 2024
Gandhi family has neither honored nor delivered justice to any leader of the… pic.twitter.com/6U4GEsa2LV