indian students in armenia
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ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंधु के तहत भारतीय छात्र बुधवार को आर्मेनिया से नई दिल्ली की उड़ान पकड़ने के लिए पहुंचे। photo - X/Randhir Jaiswal)

ईरान में फंसे भारतीय छात्रों का पहला जत्था दिल्ली पहुंचा, आर्मेनिया के रास्ते लाए गए

ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत 100 से अधिक भारतीय छात्रों ने तेहरान से आर्मेनिया की सीमा पार की थी, जो भारत सरकार की विशेष व्यवस्था से संभव हुआ


ईरान-इज़राइल के बीच जारी टकराव के बीच भारत द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत निकाले गए भारतीय छात्रों का पहला जत्था गुरुवार (19 जून) तड़के नई दिल्ली पहुंच गया है। 100 से ज़्यादा भारतीय छात्रों को लेकर एक विमान गुरुवार तड़के दिल्ली पहुंचा। इन छात्रों को तेहरान से आर्मेनिया के रास्ते सुरक्षित निकाला गया।

इस जत्थे में कुल 110 छात्र शामिल हैं जोकि ईरान की राजधानी तेहरान से आर्मेनिया की सीमा पार करके निकले। ये सभी भारतीय दूतावास की सहायता से निकाले गए थे, जब ईरान और इज़राइल के बीच संघर्ष तेज होता जा रहा था।

मंगलवार को विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा था कि तेहरान में मौजूद भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर स्थानांतरित किया गया है। साथ ही, जिन निवासियों के पास खुद के ट्रांसपोर्ट की सुविधा है, उन्हें भी हालात को देखते हुए शहर छोड़ने की सलाह दी गई है।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुछ भारतीयों को ईरान और आर्मेनिया की सीमा के रास्ते निकालने में मदद की गई है, और हालात को देखते हुए आगे और सलाह जारी की जा सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स में जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के हवाले से बताया गया कि उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी के 110 छात्रों, जिनमें से 90 छात्र कश्मीर घाटी से हैं, ने सुरक्षित रूप से सीमा पार की है।

इस एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर का आभार जताया और कहा, "हमें उम्मीद है कि बाकी बचे सभी छात्रों को भी जल्द निकाला जाएगा।"

दिल्ली पहुंचे कुछ छात्रों ने बताया कि ईरान में स्थिति तनावपूर्ण है और वो मिसाइलें देख सकते थे। उन्होंने बताया कि हमारे आसपास बमबारी हो रही थी। हम डरे हुए थे। उम्मीद है कि वो दिन हमें फिर कभी न देखने पड़ें।

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