सोमवार को आयेगा जनगणना पर गजेट नोटिफिकेशन, केन्द्रीय गृह मंत्री ने दी जानकारी
x

सोमवार को आयेगा जनगणना पर गजेट नोटिफिकेशन, केन्द्रीय गृह मंत्री ने दी जानकारी

केंद्रीय गृह मंत्री ने की जनगणना की तैयारियों की समीक्षा, 2027 में होगी जाति गणना के साथ जनगणना.


Population And Caste Census : देश में होने जा रही जनगणना के लिए सोमवार को गजेट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। ये जानकारी खुद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आगामी जनगणना की तैयारियों का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और रजिस्ट्रार जनरल एंड सेन्सस कमिश्नर ऑफ़ इंडिया मृत्युंजय कुमार नारायण सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। यह भारत की 16वीं जनगणना होगी और खास बात यह है कि इसमें पहली बार जाति गणना को भी शामिल किया जाएगा।

अमित शाह ने अपने X हैंडल पर लिखा कि “वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 16वीं जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की। कल जनगणना की गजट अधिसूचना जारी की जाएगी। जनगणना में पहली बार जाति गणना भी शामिल होगी। 34 लाख गणनाकार और पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना अधिकारी अत्याधुनिक मोबाइल डिजिटल गैजेट्स के साथ इस कार्य को अंजाम देंगे।“


कब और कैसे होगी जनगणना?

जनगणना 2027 में की जाएगी, जिसके लिए अलग-अलग तिथियाँ तय की गई हैं:

  • 1 अक्टूबर 2026 को लद्दाख जैसे बर्फीले और गैर-समकालिक क्षेत्रों (जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्से) में शुरू होगी।
  • 1 मार्च 2027 को देश के बाकी हिस्सों में शुरू होगी।

पिछली जनगणना 2011 में हुई थी, जिसका मतलब है कि यह जनगणना पूरे 16 साल बाद हो रही है।


जनगणना दो चरणों में पूरी की जाएगी:

  1. हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन : पहले चरण में हर घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी जुटाई जाएगी।
  2. जनसंख्या गणना : दूसरे चरण में हर घर में रहने वाले हर व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक जानकारी एकत्र की जाएगी।

इस पूरी प्रक्रिया के लिए करीब 34 लाख गणना करने वाले और पर्यवेक्षक, और लगभग 1.3 लाख जनगणना कार्यकर्ता लगाए जाएंगे।

डिजिटल होगी जनगणना, मिलेगी स्वत:गणना की सुविधा

इस बार की जनगणना डिजिटल माध्यम से की जाएगी, जिसके लिए मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल होगा। लोगों को अपनी जानकारी खुद दर्ज करने की सुविधा भी मिलेगी। डेटा की सुरक्षा के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे ताकि जानकारी संग्रह, प्रसारण और भंडारण के समय उसकी गोपनीयता बनी रहे।

यह जनगणना आजादी के बाद की 8वीं जनगणना होगी।

(शीर्षक को छोड़कर, इस खबर को द फ़ेडरल के स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)


Read More
Next Story