
गुजरात हिंसा की चिंगारी गोधरा कांड से भड़की थी, पॉडकास्ट में बोले मोदी
मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे से भी ज्यादा लंबे पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 2002 की गुजरात हिंसा पर भी सवाल पूछा गया।
मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में शोध वैज्ञानिक लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे से ज्यादा की बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बोले। इसमें साल 2002 की गुजरात हिंसा का जिक्र भी आया। पीएम मोदी ने कहा, "गोधरा में ट्रेन में हुई घटना हिंसा की वजह बनी।"
गुजरात हिंसा का गोधरा कनेक्शन
मोदी ने फ्रिडमैन से बातचीत में उस दौर में गुजरात के हालातों को सिलसिलेवार तरीके से बताया। कहा कि कैसे गुजरात में पहले दंगे भड़क जाया करते थे, लेकिन साल 2002 के बाद अब तक गुजरात में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ।
2002 की गुजरात हिंसा के बारे में पूछे गए सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, "27 फरवरी, 2002 को हम बजट सत्र के लिए विधानसभा में बैठे थे। और उसी दिन, मुझे दोबारा मुख्यमंत्री बने हुए सिर्फ़ तीन दिन ही हुए थे, जब अचानक भयानक गोधरा कांड हुआ।"
मोदी ने कहा कि वो अकल्पनीय परिमाण की त्रासदी थी। उस घटना में लोगों को ट्रेन में ज़िंदा जला दिया गया था। 2002 में हुई वो दुखद घटना एक चिंगारी बन गई, जिसने कुछ लोगों को हिंसा के लिए उकसाया।
यूपीए सरकार ने फंसाने की कोशिश की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात हिंसा को लेकर तब की यूपीए सरकार को लेकर भी टिप्पणी की। मोदी ने फ्रिडमैन से कहा, "उस समय हमारे राजनीतिक विरोधी केंद्र में सत्ता में थे और स्वाभाविक रूप से वे चाहते थे कि हमारे खिलाफ़ सभी आरोप सही साबित हों।"
मोदी ने आगे कहा, "केंद्र में सत्तासीन राजनीतिक विरोधियों के अथक प्रयासों के बावजूद, न्यायपालिका ने दो बार स्थिति का बारीकी से विश्लेषण किया और आखिरकार हमें पूरी तरह से निर्दोष पाया। जो लोग वास्तव में ज़िम्मेदार थे, उन्हें अदालतों से न्याय मिला है।"