अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का रुख स्पष्ट, Kiren Rijiju ने कहा नहीं टिकेगा प्रस्ताव
किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष ये सब राजनितिक नाटक कर रहा है और सदन में काम में बाधा पहुँचाने के लिए ऐसकिया जा रह है.
No Confidence Motion Jagdeep Dhankar : राज्यसभा ( Rajya Sabha ) के चेयरमैन जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ( No Confidence Motion ) पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रिजिजू ने विपक्ष ( INDIA Alliance ) के इस कदम को "असफल प्रयास" करार देते हुए कहा कि NDA के पास राज्यसभा में स्पष्ट बहुमत है, और यह प्रस्ताव खारिज कर दिया जाएगा।
रिजिजू का बयान
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ( Kiren Rijiju ) ने कहा, "विपक्ष की यह कार्रवाई केवल राजनीतिक नाटक का हिस्सा है। एनडीए सदन में बहुमत रखती है, और हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी अनुचित कोशिशें सफल न हों।" उन्होंने विपक्ष पर संसदीय प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रस्ताव "आधारहीन और गैर-जरूरी" है।
#WATCH | Delhi | Union Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiu says, "In the time when the reports of 'alliance' between George Soros and Congress leadership and their combined anti-India works have come into the light - Congress and its friends are rattled. I think the… pic.twitter.com/0gA0Yvk4bU
— ANI (@ANI) December 10, 2024
सरकार की रणनीति स्पष्ट
रिजिजू ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि सरकार विपक्ष के "अनुचित राजनीतिक कदमों" का कड़ा जवाब देगी। उन्होंने कहा, "यह प्रस्ताव केवल ध्यान आकर्षित करने का प्रयास है, और हम इसे सफल नहीं होने देंगे।" संसद ( Parliament ) में इस घटनाक्रम ने राजनीतिक ध्रुवीकरण को और गहरा कर दिया है, जिससे आने वाले दिनों में तीखी बहसें और विरोध प्रदर्शन होने की संभावना है।
विपक्ष का आरोप
विपक्ष ने चेयरमैन धनखड़ ( Jagdeep Dhankar ) पर भाजपा (BJP ) के पक्ष में निर्णय लेने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि धनखड़ ने ऐसे मुद्दों पर चर्चा की अनुमति दी, जो सत्तारूढ़ पार्टी के लिए लाभदायक थे, जबकि विपक्ष के जरूरी विषयों को नजरअंदाज किया।
विवाद का मुख्य बिंदु
विपक्ष की नाराजगी तब बढ़ी जब चेयरमैन ने भाजपा द्वारा कांग्रेस ( Congress ) और अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस ( George Soros ) के कथित संबंधों पर चर्चा के लिए नोटिस स्वीकार कर लिया। विपक्ष ने इसे "पक्षपातपूर्ण रवैया" बताते हुए अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने का फैसला किया।
नहीं टिक पायेगा अविश्वास प्रस्ताव
किरेन रिजिजू समेत संविधान के विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि NDA के बहुमत के चलते यह प्रस्ताव गिर जाएगा, लेकिन यह घटनाक्रम विपक्ष और सरकार के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करता है।
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