हाथरस भगदड़ हादसा: भारत में पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की दुर्घटनाएं
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हाथरस भगदड़ हादसा: भारत में पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की दुर्घटनाएं

भारत में धार्मिक समारोहों के दौरान हाथरस जैसी कई बार दुखद घटनाएं हुई हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ सालों कब-कब घटित हुई.


Hathras Stampede: यूपी के हाथरस में मंगलवार शाम एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में लगभग 116 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. यह भीड़ हाथरस लोकप्रिय उपदेशक नारायण साकर हरि उर्फ ​​'भोले बाबा' के प्रवचन के लिए जमा हुई थी. हालांकि, भारत में धार्मिक समारोहों के दौरान इस तरह की कई बार दुखद घटनाएं हुई हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ सालों कब-कब घटित हुई.

- जनवरी 2005 में महाराष्ट्र के सतारा जिले में मंधारदेवी मंदिर में वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान 340 से अधिक श्रद्धालु कुचलकर मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. मंदिर तक जाने वाली सीढ़ियों पर फिसलन होने के कारण भगदड़ मची थी.

- अगस्त 2008 में हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी पर स्थित नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाहों के कारण मची भगदड़ में लगभग 145 हिंदू तीर्थयात्री मारे गए.

- सितंबर 2008 में नवरात्रि उत्सव के दौरान राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में कुल 224 लोग कुचलकर मारे गए. जोधपुर शहर में मंदिर में बम विस्फोट की अफवाह के कारण भगदड़ मच गई थी.

- साल 2008 में जोधपुर में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर में भगदड़ मचने से 224 तीर्थयात्री मारे गए थे और 400 से अधिक घायल हो गए थे.

- मार्च 2010 में उत्तर प्रदेश के एक हिंदू मंदिर में एक स्वयंभू बाबा से मुफ्त भोजन और कपड़े लेने के लिए भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 63 लोग मारे गए, जिनमें आधे से अधिक बच्चे थे.

- जनवरी 2011 में केरल के इडुक्की जिले के पुलमेडु में घर जा रहे तीर्थयात्रियों को जीप ने टक्कर मार दी, जिससे मची भगदड़ में कम से कम 104 सबरीमाला भक्त मारे गए और 40 से अधिक घायल हो गए.

- नवंबर 2011 में हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे हर-की-पौड़ी घाट पर मची भगदड़ में कम से कम 20 लोग मारे गए.

- फरवरी 2013 में कुंभ मेले के सबसे व्यस्त दिन भगदड़ में कम से कम 36 हिंदू तीर्थयात्री मारे गए. कुंभ मेले में दो महीनों में 100 मिलियन से अधिक तीर्थयात्री एकत्रित होते हैं.

- नवंबर 2013 में नवरात्रि समारोह के दौरान मध्य प्रदेश के रतनगढ़ मंदिर में भगदड़ के बाद लगभग 115 लोग मारे गए और सौ से अधिक घायल हो गए.

- साल 2013 में मध्य प्रदेश में एक मंदिर के पास पुल पर भगदड़ मचने से 115 लोगों की मौत हो गई थी.

- साल 2016 में केरल के एक मंदिर में आतिशबाजी के प्रदर्शन के कारण हुए भीषण विस्फोट में 112 लोगों की मौत हो गई थी.

- जनवरी 2022 में जम्मू और कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, जब भक्तों की एक बड़ी भीड़ ने संकीर्ण मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की थी.

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