देवेगौड़ा ने प्रज्वल को दी चेतावनी, कहा- वापस लौटकर पुलिस के सामने करे सरेंडर
जेडी(एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने अपने पोते और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को एक्स पर पोस्ट लिखकर चेतावनी दी है.
HD Deve Gowda: जेडी(एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने अपने पोते और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को एक्स पर पोस्ट लिखकर चेतावनी दी है. उन्होंने लिखा है कि वह किसी को यह समझाने की स्थिति में नहीं हैं कि उन्हें प्रज्वल के कथित कुकृत्यों के बारे में जानकारी थी. लेकिन उसे पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दे सकते हैं. 91 वर्षीय राजनेता ने लिखा कि अगर वह इस चेतावनी पर ध्यान नहीं देता है तो उसे मेरे और परिवार के सभी सदस्यों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा.
विदेश यात्रा के बारे में नहीं थी जानकारी
पोस्ट में देवेगौड़ा ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. मेरे बेटे और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने घोटाले के सामने आने के दिन से ही इसी बात की वकालत की है. मैं लोगों को यह भी नहीं समझा सकता कि मुझे प्रज्वल की गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं थी. मैं उन्हें यह भी नहीं समझा सकता कि मुझे उसे बचाने की कोई इच्छा नहीं है. मैं उन्हें यह भी नहीं समझा सकता कि मुझे उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं है और मुझे उसकी विदेश यात्रा के बारे में भी जानकारी नहीं थी.
अपील नहीं चेतावनी है
जेडी(एस) के मुखिया ने लिखा कि इस समय मैं केवल एक ही काम कर सकता हूं. मैं प्रज्वल को कड़ी चेतावनी दे सकता हूं और उसे जहां भी हो, वहां से वापस लौटने और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कह सकता हूं. उसे खुद को कानूनी प्रक्रिया के अधीन करना चाहिए. यह कोई अपील नहीं है जो मैं कर रहा हूं, यह एक चेतावनी है जो मैं जारी कर रहा हूं. अगर वह इस चेतावनी पर ध्यान नहीं देता है तो उसे मेरे और उसके परिवार के सभी सदस्यों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा. कानून उसके खिलाफ आरोपों का ख्याल रखेगा, लेकिन परिवार की बात न सुनने से उसका पूरी तरह से अलगाव सुनिश्चित होगा. अगर उसके मन में मेरे लिए कोई सम्मान बचा है तो उसे तुरंत वापस लौट जाना चाहिए.
विश्वास जीतना सबसे अहम
उन्होंने यह भी कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रज्वल के खिलाफ जांच में उनके या उनके परिवार के सदस्यों की ओर से कोई हस्तक्षेप न हो. इस संबंध में मेरे मन में कोई भावना नहीं है, केवल उन लोगों के लिए न्याय का मुद्दा है, जो उनके कथित कार्यों और कुकर्मों की वजह से पीड़ित हैं. देवेगौड़ा ने लिखा कि उनके लिए “लोगों का विश्वास वापस जीतना” सबसे महत्वपूर्ण है, जो “उनके राजनीतिक जीवन के 60 से अधिक वर्षों तक उनके साथ खड़े रहे हैं. मैं उनका बहुत आभारी हूं. जब तक मैं जीवित हूं, मैं उन्हें कभी निराश नहीं करूंगा.