टर्मिनल 1 हादसे पर अब सियासत, करप्शन पर BJP-कांग्रेस में मेरा नहीं तेरा राग
बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा जो हिस्सा गिरा वो यूपीए के कार्यकाल में बना था. इस बीच केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने मौके का दौरा किया और कहा कि जो हिस्सा गिरा वो 2008-09 में था बना
Delhi IGI Terminal1 Accident: दिल्ली के IGI एअरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर हुए हादसे के बाद राजनीती भी शुरू हो गयी. इस हादसे के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड्गे और महासचिव प्रियंका गाँधी ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये तक कह डाला की ये भ्रष्टाचार की वजह से हुआ है. हालाँकि इसके जवाब में बीजेपी और एनडीए सरकार यानी मोदी 3.0 के केंद्रीय नागरिक व उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किन्जरापू ने ये दावा किया कि टर्मिनल 1 का जो हिस्सा गिरा है वो 2008-09 में बना था. इसके साथ ही बीजेपी के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने कहा कि जो हिसा गिरा वो यूपीए सरकार के कार्यकाल में बना था. इस बीच केंद्र सरकार ने हादसे में मरने वाले के परिजनों को 20 लाख रूपये और घायलों को 3 लाख रूपये का मुआवजा देने का एलान किया है.
कांग्रेस ने क्या आरोप लगाया
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मार्च में प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई. तीन महीने पहले प्रधानमंत्री जी ने जिस जबलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई. अयोध्या में निर्माण कार्यों के खस्ताहाल पर पूरा देश दुखी है. यह भाजपा का "चंदा लो और धंधा दो" का भ्रष्टाचारी मॉडल है, जिससे अब पर्दा उठ चुका है. सवाल यह है कि प्रधान उद्धघाटन मंत्री जी क्या इन घटिया निर्माण कार्यों और इस भ्रष्टाचारी मॉडल की जिम्मेदारी लेंगे?
प्रियंका के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खडगे ने 'X' पोस्ट पर लिखा कि ' मोदी सरकार के पिछले 10 सालों में घटिया इंफ्रास्ट्रक्चर के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है. दिल्ली एयरपोर्ट (T1) की छत गिरना, जबलपुर एयरपोर्ट की छत गिरना, अयोध्या की नई सड़कों की खस्ता हालत, राम मंदिर में रिसाव, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक रोड में दरारें, 2023 और 2024 में बिहार में 13 नए पुल गिरने वाले हैं, प्रगति मैदान सुरंग डूबना, गुजरात में मोरबी पुल ढहने की त्रासदी, कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जो मोदी जी और भाजपा द्वारा "विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर" बनाने के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलते हैं! 10 मार्च को जब मोदी जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टी1 का उद्घाटन किया, तो उन्होंने खुद को "दूसरी मिट्टी का इंसान" कहा. ये सारी झूठी वाहवाही और बयानबाजी सिर्फ़ चुनाव से पहले रिबन काटने की रस्मों को पूरा करने के लिए थी! दिल्ली एयरपोर्ट त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएँ. उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता.
कांग्रेस के इस वार पर पलटवार करते हुए बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ' एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 का जो हिस्सा ढह गया है, वह 2009 में खोला गया था, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी. उन दिनों गुणवत्ता जांच की कोई अवधारणा नहीं थी और जो भी सत्तारूढ़ कांग्रेस को सबसे बड़ी रिश्वत भेजता था, उसे ठेके दे दिए जाते थे. उन्होंने कहा “सोनिया गांधी, जो उस समय सुपर पीएम थीं, अब उनको जवाब देना चाहिए.”
2008-09 में बना था टर्मिनल 1
इस बीच केन्द्रीय नागरिक एवं उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किन्जरापू ने टर्मिनल 1 पर हुए हादसे के मौके के मुआयना किया. जब उनसे ये सवाल किया गया कि ऐसा आरोप लगाया जा रहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मार्च में टर्मिनल 1 का उद्घाटन किया था, वो गिर गया तो इस पर मंत्री महोदय ने कहा कि ये गलत बात है. जो हिस्सा गिरा है, वो 2008-09 में बना था. इसकी जाँच करायी जा रही है कि आखिर किस वजह से ऐसा हुआ? निर्माण कार्य और उसकी गुणवत्ता को लेकर भी जाँच करायी जा रही है. जो भजी क़ानूनी कदम हैं, वो उठाये जा रहे हैं. केन्द्रीय मंत्री ने ये भी जानकारी दी कि मृतक के परिवार को 20 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा, जो लोग घायल हुए हैं उन्हें 3 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाएगा.
जीएमआर ने निजी ठेकेदारों को दिया था ठेका
सरकारी सूत्रों का दावा है कि ये निर्माण कार्य जीएमआर ने किसी निजी ठेकेदार को ठेके पर दिया था.