चिलचिलाती गर्मी से राहत नहीं, नॉर्थ इंडिया में अगले 5 दिनों के लिए रेड अलर्ट
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चिलचिलाती गर्मी से राहत नहीं, नॉर्थ इंडिया में अगले 5 दिनों के लिए रेड अलर्ट

अगले पांच दिन तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम है, कई राज्यों में दिन का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है.


North India Heatwaves News: उत्तर भारत में अगले पांच दिनों तक भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब सहित कई राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. लोगों को भीषण गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इन राज्यों में दिन के दौरान अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार करने की उम्मीद है. आईएमडी ने कहा है कि उच्च तापमान जनसंख्या के कमजोर वर्गों जैसे शिशुओं, बुजुर्गों और दीर्घकालिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए चिंता का कारण है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने एक सर्कुलर में भीषण गर्मी के कारण इस शैक्षणिक वर्ष में 11 मई से 30 जून तक सभी स्कूलों को बंद के लिए बंद रखने का निर्देश दिया है.आईएमडी का कहना है कि फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ की संभावना ना के बराबर है

उत्तर भारत पूरी तरह से गर्म

मंगलवार को हरियाणा के सिरसा में 47.8 डिग्री, राजस्थान के पिलानी में 47.2 और पंजाब के बठिंडा में 46.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था. इसी तरह आगरा, रतलाम, सुरेंद्रनगर, अकोला, दुर्ग, उना में तापमान 42 से 46 डिग्री के बीच था. हालांकि दक्षिण भारत के लिए अच्छी खबर है. अंडमान में मानसूनी बारिश के बाद अब .यह धीरे धीरे आगे की तरफ बढ़ रहा है.

गर्मी से लड़ने के तरीके

विशेषज्ञों ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर न निकलें .क्योंकि अत्यधिक गर्मी के कारण निर्जलीकरण, चकत्ते, गर्मी से थकावट, हीट स्ट्रोक और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि अत्यधिक तापमान के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचने का आदर्श तरीका है धूप में निकलने से बचना, हल्के कपड़े पहनना, हाइड्रेटेड रहना और एयर कंडीशनर या एयर कूलर का इस्तेमाल करें. शरीर में पानी की कमी से शरीर की तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता में बाधा उत्पन्न कर सकता है, और सिरदर्द, चक्कर आना, मतली और कमजोरी का कारण बन सकता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह गर्मी से थकावट और अंततः घातक हीटस्ट्रोक का कारण भी बन सकता है.

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