
भारत ने कहा NO! UN नहीं होगा एयर इंडिया हादसे की जांच का हिस्सा
ICAO ने अनुरोध किया था कि भारत में मौजूद जांचकर्ता को पर्यवेक्षक का दर्जा दिया जाए. लेकिन भारतीय अधिकारियों ने अनुरोध अस्वीकार कर दिया.
Air India plane crash: भारत ने एयर इंडिया की उड़ान AI 171 दुर्घटना की जांच में संयुक्त राष्ट्र के एक जांचकर्ता को शामिल होने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. यह जानकारी मामले से परिचित दो वरिष्ठ सूत्रों ने रॉयटर्स को दी. सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण ब्लैक बॉक्स डेटा की जांच में देरी पर चिंता जताए जाने के बावजूद भारत ने यह कदम उठाया है.
इसी हफ्ते की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र विमानन एजेंसी अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने एक असामान्य कदम उठाते हुए भारत को अपने एक जांचकर्ता की मदद की पेशकश की थी. यह पेशकश बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर दुर्घटना के बाद की गई थी, जिसमें कम से कम 270 लोग मारे गए थे, जिनमें विमान में सवार 241 लोग भी शामिल थे.
ICAO ने पहले भी विशिष्ट जांचों में सहायता के लिए जांचकर्ताओं को भेजा है, जैसे कि 2014 में मलेशियाई विमान का गिरना और 2020 में एक यूक्रेनी जेटलाइनर का दुर्घटनाग्रस्त होना. हालांकि, उन मामलों में एजेंसी से औपचारिक रूप से सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया गया था. सूत्रों के अनुसार, ICAO ने अनुरोध किया था कि भारत में मौजूद उसके जांचकर्ता को पर्यवेक्षक का दर्जा दिया जाए, लेकिन भारतीय अधिकारियों ने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया. इस घटनाक्रम की खबर सबसे पहले टाइम्स नाउ ने गुरुवार को दी थी.
भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), जो एक दशक में दुनिया की सबसे घातक विमानन दुर्घटना की जांच का नेतृत्व कर रहा है, ने टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया. ICAO तुरंत टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं था.
फ्लाइट रिकॉर्डर डेटा की स्थिति
इस बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि जांचकर्ताओं ने दुर्घटना के लगभग दो सप्ताह बाद फ्लाइट रिकॉर्डर डेटा डाउनलोड कर लिया है. इससे पहले सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच में पारदर्शिता की कमी पर चिंता जताई थी, विशेष रूप से 13 जून को बरामद संयुक्त ब्लैक बॉक्स इकाई और 16 जून को बरामद दूसरे सेट की स्थिति के संबंध में. यह भी सवाल उठाए गए थे कि रिकॉर्डर को भारत में पढ़ा जाएगा या अमेरिका में, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड भी जांच में भाग ले रहा है. भारत सरकार ने घटना पर केवल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसके दौरान कोई सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी गई थी.
अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल
उद्योग में "Annex 13" के रूप में ज्ञात अंतर्राष्ट्रीय नियमों के तहत फ्लाइट रिकॉर्डर को कहां पढ़ना है, इसका निर्णय तुरंत लिया जाना चाहिए, ताकि प्राप्त सबूत भविष्य की त्रासदियों को रोक सकें। इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विभाग "सभी ICAO प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है. अधिकारी ने आगे कहा कि मीडिया प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण घटनाओं पर अपडेट दिए हैं. अधिकांश हवाई दुर्घटनाएं कई कारकों के कारण होती हैं, जिसमें दुर्घटना के लगभग 30 दिनों के बाद एक प्रारंभिक रिपोर्ट आने की उम्मीद होती है।