बीजेपी पर भारी पड़ सकते हैं कंगना बोल, हम तो जी ऐसे ही हैं
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बीजेपी पर भारी पड़ सकते हैं 'कंगना' बोल, हम तो जी ऐसे ही हैं

कंगना रनौत के साथ ऐसा नहीं है कि वो पहली बार विवादित बयान दी हैं। इससे पहले भी कई मुद्दों पर खुल कर राय रख चुकी हैं, हालांकि अब वो राजनीतिक चेहरा हैं।


Kangana Ranaut News: मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत फिर से विवादों में है किसान आंदोलन पर उनका एक बयान भाजपा के गले की फांस बन गया है। उसे बैकफुट पर आना पड़ा। बयान भी ऐसा कि पार्टी को बकायदा आधिकारिक तौर पर दूरी बनानी पड़ी। पार्टी ने कहा कि वह कंगना के बयान से सहमत नहीं है। किसान आंदोलन पर दिया गया उनका बयान पार्टी का मत नहीं है। भाजपा ने कंगना को चेतावनी भी दी और कहा है कि नीतिगत मामलों पर बोलने के लिए वह अधिकृत नहीं हैं लेकिन बात इतने से नहीं बनी। चूंकि हरियाणा चुनाव सिर पर है और कंगना का यह बयान किसान बहुल वाले प्रदेश में उसे सियासी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए कंगना को दिल्ली तलब किया गया। सूत्रों का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें डांट मिली और आगे इस तरह का बयान न देने की हिदायत दी गई।

विवादों से नाता
अब बात कंगना के उस बयान की जिन्होंने चुनाव के समय कांग्रेस सहित विपक्ष को भाजपा पर हमला बोलने और उसे किसान विरोधी पार्टी दिखाने का एक अच्छा-खासा मौका दे दिया। दरअसल, एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में कंगना ने किसान आंदोलन पर बयान दिया और इस आंदोलन को बांग्लादेश में हुई हिंसा और तख्तापलट से जोड़ा। इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि जो बांग्लादेश में हुआ है। वो यहां (भारत में) होते हुए भी देर नहीं लगती अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व सशक्त नहीं होता।
बांग्लादेश से किसान आंदोलन तक
बांग्लादेश में हाल में हुए आंदोलन और सत्ता परिवर्तन को भारत के किसान आंदोलन से जोड़ते हुए कंगना ने कहा कि यहाँ पर जो किसान आंदोलन हुए, वहां पर लाशें लटकी थीं, वहां रेप हो रहे थे। किसानों की बड़ी लंबी प्लानिंग थी ? चीन, अमेरिका इस इस तरह की विदेशी शक्तियां यहां काम कर रही हैंतीन कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर पहले ही अपने हाथ जला चुकी भाजपा बड़ी मुश्किल से इस मसले को शांत कर पाई थी...लेकिन कंगना का यह बयान बुझी हुई चिंगारी को हवा देने का काम करने लगा। राहुल गांधी, सुरजेवाला से लेकर विपक्ष के कई नेताओं ने भाजपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कंगना के इस बयान को सियासी मुद्दा बनाने में देरी नहीं की। किसान आंदोलन से निपटने का अनुभव भाजपा के लिए अच्छा नहीं रहा। पार्टी मानती है कि इस आंदोलन के चलते ही चार महीने पहले खत्म हुए लोकसभा चुनाव में उसे किसानों का पूरा साथ नहीं मिला। चूंकि हरियाणा से बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होते हैं और अग्निवीर जैसी योजना को लेकर वह पहले से ही कठघरे में है। ऐसे में किसानों के बारे में इस तरह का बयान चुनाव में उसे भारी पड़ सकता है।
दरअसल, दोष केवल कंगना का नहीं है। वह राजनीति में नई हैं। लेकिन मुद्दों पर बोलने की उनकी आदत पुरानी है। बॉलीवुड के कलाकारों से पंगा लेने से लेकर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सहित तमाम मुद्दों पर कभी वह ट्वीट के जरिए तो कभी इंटरव्यू में विवादित बयान देती आई हैं विचारों की उनकी यह लड़ाई ज्यादातर ट्विटर पर होती रही है और यह रफा-दफा होता रहा है। लेकिन किसान आंदोलन जैसे संजीदे मुद्दे पर उन्होंने ऐसी बात कह दी जिसने भारत सरकार की विदेश नीति को भी लपेट लिया। शायद कंगना को भी पता नहीं होगा कि बात निकली है इतनी दूर तलक जाएगी।
विवादित बोल रुके नहीं
लोकसभा सांसद बनने से पहले और बाद में कंगना अपने बयानों के लिए लगातार विवादों और सुर्खियों में रही हैं। लोकसभा सांसद बनने के बाद दिल्ली आ रही कंगना को मोहाली एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की एक महिला कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा था। कुलविंदर कौर नाम की महिला कॉन्स्टेबल का कहना था कि कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान जो बयान दिया था उससे वो नाराज थीं किसान आंदोलन के दौरान भी अपने बयानों को लेकर कंगना हमेशा विवादों में रहीं।
दिसंबर 2020 में 88 साल की एक बुजुर्ग महिला किसान महिंदर कौर झुकी हुई कमर के बावजूद झंडा लिए पंजाब के किसानों के साथ मार्च करती नजर आई थीं। महिंदर कौर की इस तस्वीर के बाद सोशल मीडिया पर उनकी तुलना शाहीन बाग प्रदर्शन की अगुवाई करने वाली बिलकीस दादी से की जाने लगी थी। उस वक्त कंगना रनौत ने बिलकीस और महिंदर कौर दोनों की तस्वीरें एक साथ ट्वीट करते हुए तंज कसते हुए कहा था...हा हा ये वही दादी हैं, जिन्हें टाइम मैगजीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था और ये 100 रुपये में उपलब्ध है।
कांट्रोवर्सी क्वीन कंगना
जुलाई महीने में संसद सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिव और महाभारत की कथा के चक्रव्यूह का जिक्र किया था। उस वक्त भी कंगना नेराहुल गांधी पर बयान दिया था कि वो जिस तरह की बदहवास बातें करते हैं उनका टेस्ट होना चाहिए कि क्या वो कई ड्रग्स लेते हैं। कंगना के ऐसे बहुत सारे बयान हैं। जिन पर बखेड़ा खड़ा हुआ है। विवाद और बखेड़े की वजह से उन्हें कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन भी कहा जाता है। कंगना इतने विवाद खड़े कर चुकी हैं कि उन पर किताब लिखी जा सकती है। और उस किताब का नाम कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन हो सकता है।
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