ममता ने कहा- अगर बंगाल जलेगा तो...असम CM का पलटवार- आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें न दिखाएं लाल आंख
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ममता ने कहा- अगर बंगाल जलेगा तो...असम CM का पलटवार- आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें न दिखाएं लाल आंख

कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.


West Bengal CM Mamata Banerjee: कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले को लेकर चौतरफा आलोचनाओं का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भाजपा ने बंगाल में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की तो अन्य राज्यों को भी इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे.

तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) की स्थापना दिवस रैली में ममता ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है. मुझे बांग्लादेश से प्यार है, वे हमारी तरह बोलते हैं और हमारी संस्कृति साझा करते हैं. लेकिन याद रखें, बांग्लादेश एक अलग देश है और भारत एक अलग देश है. मोदी बाबू आप अपनी पार्टी का इस्तेमाल यहां आग लगाने के लिए कर रहे हैं. लेकिन याद रखें, अगर आप बंगाल को जलाएंगे... असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी इससे अछूते नहीं रहेंगे. हम आपकी कुर्सी भी छीन लेंगे. उनके इस बयान के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ममता पर पलटवार किया. भाजपा नेता ने कहा कि "दीदी, असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें अपनी लाल आंखें मत दिखाइए.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि प्रतिरोध और विरोध करने का समय आ गया है. जब आप पर बुरे हमले होते हैं तो उसे चुपचाप बर्दाश्त न करें. आप कैसे जवाब देते हैं, यह आप पर निर्भर करता है. वहीं, पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने ममता पर "राष्ट्र-विरोधी" टिप्पणी करने का आरोप लगाया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर केंद्र से उनके बयानों का संज्ञान लेने का आग्रह किया.

पश्चिम बंगाल भाजपा नेता ने ममता पर बदले की राजनीति का खुलकर समर्थन करने का आरोप लगाया और अमित शाह से पश्चिम बंगाल के लोगों के हितों की रक्षा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री के लिए, जो संवैधानिक रूप से पक्षपातपूर्ण रवैये से ऊपर उठने के लिए बाध्य है, इस तरह के डराने वाले बयान देना अकल्पनीय और अभूतपूर्व है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करते हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि "दीदी, असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें अपनी लाल आंखें मत दिखाइए. अपनी विफलताओं की राजनीति से भारत में आग लगाने की कोशिश भी मत कीजिए. विभाजनकारी भाषा का इस्तेमाल करना आपको शोभा नहीं देता है.

वहीं, ममता ने भाजपा पर बलात्कार-हत्या की घटना की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उन्होंने बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक डेड बॉडी पर राजनीतिक लाभ चाहते थे. भाजपा युवती की मौत के मद्देनजर आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और उसकी मौत की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा एआई का उपयोग करके बड़े पैमाने पर साइबर अपराधों में लिप्त है, जिससे सामाजिक अशांति पैदा हो रही है. ममता बनर्जी ने कहा कि हमने इस दिन को आरजी कर डॉक्टर को समर्पित किया है. हम न्याय चाहते हैं. लेकिन भाजपा ने आज बंद का आह्वान किया है. वे न्याय नहीं चाहते हैं, वे केवल बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से पूछूंगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, मणिपुर और असम में महिलाओं पर अत्याचार और यौन हमलों को रोकने में अपनी विफलता के लिए इस्तीफा क्यों नहीं दिया. मैं पूछती हूं कि असम में मुठभेड़ में केवल एक आरोपी ही क्यों मारा गया? बनर्जी ने कहा कि भाजपा मेरे इस्तीफे की मांग इसलिए कर रही है. क्योंकि उसे चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है और वह जानती है कि भविष्य में वह जीत नहीं पाएगी.

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