महाराष्ट्र में हार से कांग्रेस में हा हा कार, ईवीएम हटाने के लिए मचाया शोर
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महाराष्ट्र में हार से कांग्रेस में हा हा कार, ईवीएम हटाने के लिए मचाया शोर

खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अल्पमत की सरकार है जो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के नीतीश कुमार पर निर्भर है.


Opposition EVM Row : महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस नीत गठबंधन की करारी हार के बाद विपक्ष लगातार ईवीएम मशीन पर हमला कर रहा है। ये हाल तब है जब सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को ही बैलट पेपर से चुनाव कराये जाने की याचिका को खारिज करते हुए टिपण्णी भी कि कि जब जीतते हो तो कुछ नहीं लेकिन हारते ही ईवीएम में गड़बड़ी हो जाती है।

दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को ईवीएम के स्थान पर मतपत्रों की वापसी की मांग की। पीटीआई ने नई दिल्ली में पार्टी सम्मेलन में उनके बयान के हवाले से बताया, "हम ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) नहीं चाहते, हम बैलेट पेपर चाहते हैं।" खड़गे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर चुनाव में मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग को लेकर अभियान चलाने का भी आह्वान किया, जैसा कि पहले होता था।

सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम को ख़त्म करने के आह्वान को खारिज किया
महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा, जहां उसे 288 सीटों में से 50 से भी कम सीटें मिलीं। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने चुनावों में जीत दर्ज की। मंगलवार को ही, सर्वोच्च न्यायालय ने मतपत्र पर वापसी की खड़गे की मांग को खारिज कर दिया, तथा भारत में मतदान की पुरानी प्रणाली पर लौटने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति पीबी वराले की पीठ ने टिप्पणी की, "जब आप चुनाव जीतते हैं तो ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं होती। जब आप चुनाव हार जाते हैं तो ईवीएम से छेड़छाड़ होती है।"

कांग्रेस संविधान पर चर्चा के लिए तैयार
याचिका में चुनाव आयोग को यह निर्देश देने की भी मांग की गई है कि यदि कोई उम्मीदवार मतदाताओं को धन, शराब या अन्य सामग्री वितरित करने का दोषी पाया जाता है तो उसे कम से कम पांच साल के लिए अयोग्य घोषित किया जाए। इस बीच, राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद के दोनों सदनों में दो दिनों तक संविधान पर चर्चा की मांग की है। खड़गे ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘इसके लिए समय आवंटित किया जाना चाहिए ताकि संविधान की अच्छी बातों पर चर्चा हो सके और आज जो गलत चीजें हो रही हैं, उन पर भी चर्चा हो सके।’’

नफरत फैलाना बंद करें: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति जनगणना से डरते हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वास्तव में देश में एकता चाहती है तो उन्हें नफरत फैलाना बंद कर देना चाहिए।

'मोदी अल्पमत सरकार चला रहे हैं'
खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी की सरकार अल्पमत की सरकार है जो अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निर्भर है। उन्होंने कहा, "यदि इनमें से कोई भी समर्थन वापस ले लेगा तो यह सरकार गिर जाएगी।"


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