रोज़गार को लेकर खड़गे का मोदी सरकार पर गंभीर आरोप, संदिग्ध आंकड़ों से लूटी जा रही वाह वाही
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रोज़गार को लेकर खड़गे का मोदी सरकार पर गंभीर आरोप, 'संदिग्ध' आंकड़ों से लूटी जा रही वाह वाही

खड़गे ने ट्वीट किया, "किसी भी तरह की लीपापोती...इस सच्चाई को नहीं बदल सकती कि लाखों नौकरी चाहने वालों को बहुत कम नौकरियों के साथ रोजाना सड़क पर संघर्ष करना पड़ता है."


Unemployment: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि नरेंद्र मोदी सरकार "पीआर के लिए संदिग्ध रोजगार डेटा का उपयोग कर रही है". उन्होंने कहा कि कोई भी पुताई "वाइटवॉशिंग" इस सच्चाई को नहीं बदल सकती है कि लाखों नौकरी चाहने वालों के सामने बेहद कम नौकरियां होती है, जिनके लिए उन्हें रोजाना सड़क पर संघर्ष करना पड़ता है.

खड़गे ने 'X' पर एक मीडिया रिपोर्ट शेयर की जिसमें दावा किया गया है कि महिला कांस्टेबल और महिला कांस्टेबल ड्राइवर के 1,257 पदों के लिए मुंबई पुलिस को पूरे राज्य से 1.11 लाख आवेदन मिले हैं. खड़गे ने कहा, "मोदी सरकार में बेरोजगारी सबसे बड़ा अभिशाप रही है."

महाराष्ट्र एक “गंभीर चेतावनी”
उन्होंने 'X' पर लिखा, "मोदी सरकार संदिग्ध रोजगार आंकड़ों का इस्तेमाल कर रही है, जिसमें 'अवैतनिक श्रम' और 'प्रति सप्ताह एक घंटे का काम' को हास्यास्पद पीआर अभ्यास के रूप में गिना गया है!"
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में, जहां मात्र 1,257 मुंबई पुलिस कांस्टेबल पदों के लिए 1.11 लाख महिलाओं ने आवेदन किया है - उनमें से कई को अपने छोटे बच्चों के साथ फुटपाथ पर रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है - ये बेरोजगारी की गंभीर स्थिति की याद दिलाता है.

सूरत में संकट
खड़गे ने कहा, "डायमंड वर्कर्स यूनियन गुजरात द्वारा 15 जुलाई को शुरू की गई आत्महत्या हेल्पलाइन नंबर पर 1,600 से अधिक कॉल आई हैं, जिन्होंने या तो अपनी नौकरी खो दी है या कम वेतन से जूझ रहे हैं, जिससे उनके घर की वित्तीय स्थिति खराब हो गई है."
उन्होंने कहा कि सूरत का प्रसिद्ध हीरा उद्योग मंदी का सामना कर रहा है और कम्पनियों ने अपने 50,000 कर्मचारियों के लिए "10 दिन की छुट्टी" की घोषणा की है.

नौकरियाँ कम, चाहने वाले बहुत अधिक
उन्होंने कहा, "पिछले महीने हमने देखा कि मुंबई एयरपोर्ट पर लोडर के पद के लिए 2,216 रिक्तियों के लिए 25,000 से ज़्यादा नौकरी चाहने वाले लोग आए थे. गुजरात के भरूच में भी इसी तरह की भगदड़ जैसी स्थिति देखने को मिली, जहाँ एक निजी कंपनी में 10 रिक्तियों के लिए 1,800 लोग आए थे."
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "मोदी सरकार चाहे जितनी भी लीपापोती कर ले, ये सच्चाई नहीं बदल सकती कि लाखों नौकरी चाहने वालों को बहुत कम नौकरियों के साथ रोजाना सड़क पर संघर्ष करना पड़ता है!"
खड़गे ने कहा कि भाजपा का प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियों का " जुमला " प्रत्येक भारतीय के साथ बेशर्म विश्वासघात है.

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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