
Pahalgam: कांग्रेस-सपा पर मायावती बिफरीं, बयान से बेहतर सरकार के साथ खड़े हों
पहलगाम मुद्दे पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा है कि बेहतर होगा विपक्षी दल सरकार के हर कदम के साथ खड़े हों। खासतौर से उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा।
पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में आज कुछ बड़ी बैठकें होने जा रही हैं। इन सबके बीच विपक्षी दल खासतौर से कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की तरफ से केंद्र सरकार पर सवाल उठाए गए हैं। कांग्रेस, सरकार के साथ होने का दावा कर रही है। लेकिन बिना सिर वाला पोस्टर जारी किया है जिसे लेकर सियासी बवाल हुआ। विवाद के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पोस्टर एक्स हैंडल से हटाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पता नहीं चल रहा कि विपक्ष के लोग भारत की बात कर रहे हैं या पाकिस्तान की। अब इसी मुद्दे पर बीएसपी मुखिया मायावती ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को खरी खरी सुनाई है।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं।
साथ ही, इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए। ख़ासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।
मंगलवार को कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से एक विवादित पोस्टर साझा किया। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा और हाथ नहीं दिखाया गया था, सिर भी गायब था, और साथ में लिखा था "जवाबदेही के समय गायब हो जाते हैं।"हालांकि, पार्टी के भीतर इस पोस्ट को लेकर असंतोष की लहर दौड़ गई। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान इस पोस्ट से बेहद नाराज़ हो गया, जिसके बाद इसे एक्स हैंडल से तुरंत हटा लिया गया।
पोस्टर पर विवाद क्यों?
पोस्टर प्रतीकात्मक रूप से यह संदेश दे रहा था कि प्रधानमंत्री संकट के समय जवाबदेही से बचते हैं।इस पर कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने आपत्ति जताई और कहा कि यह तरीका पार्टी की राजनीतिक मर्यादाओं के खिलाफ है।नतीजतन, पार्टी ने जल्द ही पोस्ट डिलीट कर दिया और मामले को शांत करने की कोशिश की।
पहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थित बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था।इस हमले में 26 सैलानियों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।घटना के बाद से सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कांग्रेस का यह पोस्टर राजनीतिक आरोपों के तहत तैयार किया गया था, लेकिन पार्टी के भीतर से ही उठे विरोध ने इसे विवाद में डाल दिया। इसे तुरंत हटाया गया, लेकिन यह घटना एक बार फिर बताती है कि चुनावी माहौल में हर संदेश और प्रतीक की गंभीरता को समझना कितना जरूरी हो गया है।