maywati with her nephew akash anand
x
आकाश आनंद को मायावती ने इसी साल मार्च महीने में पार्टी से निष्कासित कर दिया था

मायावती ने भतीजे को फिर सौंपा बड़ा जिम्मा, आकाश आनंद बने मुख्य समन्वयक

आकाश आनंद को बहुजन समाज पार्टी का चीफ नेशनल कोआर्डिनेटर बनााने का फैसला रविवार को दिल्ली में हुई बसपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में हुआ।


बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने आकाश आनंद को बसपा का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (नेशनल कोऑर्डिनेटर) नियुक्त किया है। रविवार को दिल्ली में हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मायावती ने यह घोषणा की।

अब आकाश आनंद के साथ तीन अन्य नेशनल कोऑर्डिनेटर – रामजी गौतम (राज्यसभा सांसद और बिहार प्रभारी), रणधीर बेनीवाल, और राजाराम कार्य करेंगे। साथ ही, आगामी चुनावों में आकाश आनंद प्रचार-प्रसार की कमान भी संभालेंगे।

मायावती ने इस मौके पर कहा कि आकाश की वापसी से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी किसी को उत्तराधिकारी नहीं बनाएंगी।

मार्च में हुआ था पार्टी से निष्कासन

मार्च 2025 में मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था और उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर समेत सभी पदों से हटा दिया गया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस फैसले की जानकारी देते हुए तीन पोस्ट में आकाश को सार्वजनिक रूप से फटकार भी लगाई थी। उस समय मायावती ने कहा था कि अब उनके रहते किसी को उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया जाएगा।

माफी के बाद पार्टी में वापसी

13 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले, आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से मायावती से माफी मांगते हुए पार्टी में एक और मौका देने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह अपने व्यक्तिगत रिश्तों को पार्टी कार्य में बाधा नहीं बनने देंगे। उसी दिन शाम 8:21 बजे मायावती ने उनकी माफी स्वीकार कर उन्हें पार्टी में पुनः शामिल कर लिया।

पहले भी हटाई जा चुकी हैं जिम्मेदारियां

यह पहली बार नहीं है जब आकाश आनंद को बसपा से हटाया गया हो। 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान विवादित बयानबाजी के कारण मायावती ने उन्हें जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था। बाद में कुछ समय बाद उनकी पार्टी में वापसी भी हुई थी।

हालांकि, 2025 में एक बार फिर कड़ा कदम उठाते हुए मायावती ने उन्हें पार्टी से बाहर किया और उनके पिता आनंद कुमार को नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त कर दिया था।

Read More
Next Story