
चित्तीसिंहपुरा से पहलगाम तक एक ही पैटर्न, जब भारत दौरे के वक्त दहशतगर्द करते हैं वार
Chittisinghpura Massacre: यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं. ऐसा ही एक और हमला साल 2000 में चित्तीसिंहपुरा नरसंहार हुआ था.
Pahalgam Terror Attack 2025: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 28 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी. इसमें 20 से ज्यादा लोग भी घायल हुए हैं. इस हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. मारे गए लोगों में सेना और खुफिया विभाग (IB) के अधिकारी भी शामिल हैं. हमले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आतंकियों ने लोगों से उनका धर्म पूछा और जो हिंदू निकले, उन्हें गोली मार दी गई. इस तरह की घटना ने लोगों के आक्रोश और दुख को और बढ़ा दिया है.
यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे. ऐसा ही एक और हमला साल 2000 में चित्तीसिंहपुरा नरसंहार हुआ था. ऐसे में पहलगाम हमले की यादें चित्तीसिंहपुरा नरसंहार से जुड़ गई हैं. उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर आ रहे थे.
क्या हुआ था 20 मार्च 2000 को?
20 मार्च की शाम जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के चित्तीसिंहपुरा गांव में आतंकियों ने हमला किया था. वे भारतीय सेना की वर्दी पहनकर गांव में दाखिल हुए. वे अंधेरे का फायदा उठाकर सेब के बागों और खेतों से होते हुए गांव में घुसे. उस समय गांव में बिजली कटी हुई थी और लोग लालटेन की रोशनी में रेडियो पर बिल क्लिंटन के दौरे की खबर सुन रहे थे.
कैसे दिया गया हमले को अंजाम?
आतंकी गुरुद्वारा से लौटते लोगों को व दुकानों और घरों में मौजूद सिखों को जबरन बाहर निकाल लाए. फिर उन्हें एक लाइन में खड़ा कर दिया और गोलियों की बौछार कर दी. इस हमले में 36 सिख मारे गए और 2 लोग किसी तरह बच पाए.
हमले की एक जैसी योजना, समय अलग-अलग
साल 2000 में चित्तीसिंहपुरा हमला और साल 2025 में पहलगाम हमला दोनों में एक समान पैटर्न देखा गया. यानी कि अंतरराष्ट्रीय दौरे के समय पर हमला और धर्म के आधार पर हत्या.