
पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज और दी नसीहत, संसद के 'शीतकाल' में आया उबाल
महाराष्ट्र में महायुति की बंपर जीत के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद है। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने सधे अंदाज में विपक्ष पर तंज कस कांग्रेस पर निशाना साधा।
Narendra Modi News: पिछले तीन महीने में चार विधानसभा चुनाव के नतीजों को गवाह देश बना है। एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच मुकाबला 2-2 के बराबरी पर रहा। लेकिन जिक्र हरियाणा और महाराष्ट्र की अधिक हो रही है। हरियाणा में बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब हुई। वहीं महाराष्ट्र में महायुति को प्रचंड जीत मिली है। सबसे बड़ी बात कि महायुति में बीजेपी तीसरी पर शतक की हैट्रिक लगाने में कामयाब रही। कुल मिला जुलाकर कांग्रेस ने आम चुनाव 2024 में जितना शानदार प्रदर्शन किया था। उतना ही फीका प्रदर्शन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का रहा।
पहले कसा तंज
अब पीएम मोदी ने अपने अंदाज में कांग्रेस पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "भारत के मतदाता लोकतंत्र के प्रति समर्पित हैं, संविधान के प्रति उनका समर्पण है, संसदीय कार्य प्रणाली में उनकी आस्था है, संसद में बैठे हम सभी को जनभावनाओं पर खरा उतरना होगा और यह समय की मांग है। इसकी भरपाई का एक ही तरीका है कि हम सदन में हर विषय के विभिन्न पहलुओं को बहुत ही स्वस्थ तरीके से उजागर करें, आने वाली पीढ़ियों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी।
फिर दी नसीहत
मुझे उम्मीद है कि यह सत्र बहुत ही फलदायी होगा...मैं एक बार फिर सभी सम्मानित सांसदों को इस सत्र को जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं, "जनता को उन्हें (विपक्ष को) बार-बार नकारना पड़ता है...लोकतंत्र की शर्त होती है कि हम जनता की भावनाओं का सम्मान करें और उनकी आशाओं और अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करें। विपक्ष के कुछ सदस्य बहुत जिम्मेदारी से व्यवहार करते हैं। वे भी चाहते हैं कि सदन में काम सुचारू रूप से चले। जिन्हें जनता ने लगातार नकारा है, अपने साथियों की बातों को नजरअंदाज करते हैं, उनकी भावनाओं का अनादर करते हैं और लोकतंत्र की भावनाओं का अनादर करते हैं...आज दुनिया भारत की तरफ बड़ी उम्मीद से देख रही है। संसद के समय का हमारा उपयोग और सदन में हमारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि इससे वैश्विक स्तर पर भारत को जो सम्मान मिला है, वह और मजबूत हो।
आप के दिमाग में यह सवाल उठ रहा होगा कि हरियाणा और महाराष्ट्र की विशेष जिक्र क्यों हो रहा है। दरअसल आम चुनाव 2024 में कांग्रेस ने इन दोनों राज्यों में शानदार प्रदर्शन किया था। आम चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने जिस नैरेटिव को पेश किया था उससे अंदेशा जताया जा रहा था कि विधानसभा चुनाव में वो सूत्र काम कर जाएगा। लेकिन नतीजों से साफ है कि उस समय जीत की वजह कुछ और रही होगी क्योंकि संविधान या आरक्षण बचाओ का नारा अगर उस समय काम किया तो कांग्रेस उसे क्यों नहीं भुना सकी। अब जबकि हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों जगहों पर बीजेपी सिर्फ जीती नहीं है बल्कि प्रचंड बहुमत भी है, ऐसे में बीजेपी के पास यह कहने के लिए संविधान या आरक्षण की असली रक्षक वो खुद है, बाकी लोग तो सिर्फ चुनावी जीत के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।