air india plane crash in ahmedabad
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पिछले महीने एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 विमान, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था, टेक-ऑफ के कुछ ही पलों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था

एयर इंडिया ने बोइंग को दी क्लीन चिट,कहा- 'कोई गड़बड़ी नहीं हुई'

एयर इंडिया का कहना है कि उसने 12 जुलाई से स्वेच्छिक रूप से जांच शुरू कर दी थी और बोइंग विमानों की वो जांच पूरी हो गई है।


एयर इंडिया ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि उसने अपने सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) के लॉकिंग मैकेनिज्म की ‘एहतियाती जांच’ पूरी कर ली है, और जांच में ‘कोई समस्या नहीं’ पाई गई है।

यह बयान नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा 21 जुलाई तक भारत में रजिस्टर्ड अधिकांश बोइंग विमानों में इन स्विचों की जांच का आदेश दिए जाने के बाद आया है।

एयर इंडिया ने कहा, “एयर इंडिया ने अपने सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) के लॉकिंग मैकेनिज्म की एहतियाती जांच पूरी कर ली है। जांच में उक्त लॉकिंग मैकेनिज्म में कोई भी गड़बड़ी नहीं पाई गई।”

एयरलाइन ने यह भी बताया कि उसने 12 जुलाई से स्वेच्छिक रूप से जांच शुरू कर दी थी, और DGCA द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी जांच पूरी कर ली गईं। यह जानकारी नियामक को भी दे दी गई है।

एयर इंडिया ने दोहराया कि वह यात्रियों और क्रू की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

ध्यान देने योग्य है कि पिछले महीने एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 विमान, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था, टेक-ऑफ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की मौत हो गई थी।

भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, विमान दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति रुकने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ। रिपोर्ट में बताया गया कि जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच 'RUN' से 'CUTOFF' मोड में चले गए, जिससे ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई और विमान गिर गया।

DGCA का यह आदेश उस दुर्घटना के बाद आया जब विदेशों में बोइंग विमानों के कुछ ऑपरेटरों ने अमेरिकी सुरक्षा सलाह (SAIB) के तहत स्वयं जांच शुरू की थी।

12 जून को, AI 171 फ्लाइट (अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए) टेक-ऑफ के कुछ ही पल बाद क्रैश हो गई थी, जिसमें बोर्ड पर मौजूद 242 में से 241 लोग और जमीन पर कई लोग मारे गए थे।

यह दुर्घटना पिछले चार दशकों में किसी भारतीय एयरलाइन की सबसे बड़ी त्रासदी थी और बोइंग के नवीनतम वाइड-बॉडी विमान 787 ड्रीमलाइनर की पहली घातक दुर्घटना थी।

वर्तमान में दुनियाभर में लगभग 1,100 बोइंग 787 विमान संचालन में हैं।

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