
रेलवे की बदनाम पैंट्री, यात्री का आरोप- 80 की थाली के वसूले 130 रुपये
ट्रेन में यात्री से वेज मील की तय कीमत 80 रुपये की जगह 130 रुपये वसूले गए। सोशल मीडिया पर शिकायत वायरल, IRCTC और रेलवे से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
भारतीय रेल, दुनिया की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क में से एक है। रेल मंत्रालय की तरफ से बार बार दावा किया जाता है कि व्यवस्था में सुधार हुआ है, ट्रेनों की स्पीड, सुरक्षा, स्टेशनों के विकास और यात्री सुविधा पर खास ध्यान दिया जा रहा है। हालांकि दूसरी तरफ खाने पीने की गुणवत्ता, तय कीमत से अधिक वसूली, भुगतान को लेकर पैंट्री कर्मचारियों से बकझक के मामले सामने आते रहते हैं।
महाराष्ट्र से बिहार की ओर सफर कर रहे एक यात्री ने ट्रेन में भोजन की कीमत को लेकर गंभीर शिकायत दर्ज कराई है। यात्री का आरोप है कि उसे साधारण वेज थाली की तय कीमत से कहीं अधिक राशि वसूल की गई। उसने यह शिकायत ट्विटर (X) पर सार्वजनिक करते हुए IRCTC और रेलवे मंत्रालय को टैग किया है।
वेज मील की असली कीमत 80 रुपये, वसूले गए 130 रुपये प्रति प्लेट
यात्री ने बताया कि वेज मील की वास्तविक कीमत 80 रुपये है, लेकिन उससे 130 रुपये प्रति प्लेट चार्ज किए गए। कुल 8 प्लेट भोजन उसने अपने दोस्तों के साथ मंगवाई थीं, जिसके चलते उसे निर्धारित दर से कहीं ज्यादा राशि का बिल थमा दिया गया।
यात्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा वेज मील की असली कीमत 80 रुपये है, लेकिन मुझसे 130 रुपये प्रति प्लेट लिए गए। कुल 8 प्लेट ऑर्डर की थीं। मैं अभी ट्रेन में ही सफर कर रहा हूं।
इस पोस्ट के साथ उसने IRCTC, RailwaySeva, RailMinIndia और Central Railway को टैग किया है, ताकि शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
रेलवे में ओवरचार्जिंग की बढ़ती शिकायतें
पिछले कुछ वर्षों में ट्रेन के पेंट्रीकार और निजी कैटरर्स द्वारा ओवरचार्जिंग के कई मामले सामने आए हैं। रेलवे ने समय-समय पर यह स्पष्ट किया है कि भोजन की निर्धारित कीमतें तय हैं,पेंट्री कार स्टाफ को रेट लिस्ट प्रदर्शित करनी चाहिए। किसी यात्री से अतिरिक्त शुल्क वसूलना नियमों के खिलाफ है। फिर भी, ओवरचार्जिंग की घटनाएँ जारी रहती हैं और यात्रियों को सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत दर्ज करनी पड़ती है।
यात्री का दर्द: सफर में ठगे जाने की उम्मीद नहीं थी
यात्री ने आगे कहा कि वह अपने दोस्तों के साथ सफर कर रहा था और सभी ने वेज मील ऑर्डर किया था। सामान्य तौर पर ऐसी अपेक्षा नहीं होती कि सरकारी सेवा में नियम विरुद्ध रकम ली जाए।उसने रेलवे से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है।
रेलवे को तुरंत जांच की जरूरत
ऐसे मामलों में रेलवे आमतौर पर TTE या ऑन-ड्यूटी अधिकारी से शिकायत की पुष्टि करवाता है। पेंट्री स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करता है। यात्री को रिफंड उपलब्ध कराता है। यह शिकायत भी सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है और उम्मीद है कि रेलवे अधिकारियों से जल्द प्रतिक्रिया मिलेगी।
यात्रियों के लिए क्या करें? (महत्वपूर्ण जानकारी)
ट्रेन में भोजन लेते समय हमेशा बिल मांगें
IRCTC की आधिकारिक ऐप/वेबसाइट पर रेट लिस्ट देखें
ओवरचार्जिंग पर तुरंत शिकायत करें:
@IRCTCofficial, @RailwaySeva, हेल्पलाइन 139
जरूरत पड़ने पर TTE या ऑन-ड्यूटी मैनेजर से बात करें

