
ओवैसी ने लाल किला धमाके की निंदा की, कहा- मुसलमानों से नफरत से विकास रुकेगा
AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा कि अगर मुसलमानों को नफरत की नजर से देखा जाएगा तो भारत एक डेवलप्ड देश नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि 'देश के दुश्मन हमारे दुश्मन हैं।'
Owaisi On Delhi Blast : AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार (23 नवंबर) को दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट की खुले शब्दों में निंदा की। हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के दुश्मनों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए और जो लोग निर्दोष नागरिकों को मारते हैं, वे हम सबके दुश्मन हैं।
देश के दुश्मन हमारे दुश्मन - ओवैसी
ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा कि इस धमाके में हिंदू और मुसलमान दोनों समुदायों के लोग मारे गए, इसलिए ऐसी घटनाओं के खिलाफ सभी को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट में 14 से ज़्यादा लोग मारे गए, हिंदू भी और मुसलमान भी। जो लोग ऐसे कृत्य करते हैं, वे इस मुल्क के दुश्मन हैं और देश के दुश्मन हमारे भी दुश्मन हैं। अगर हम चुप रहे, तो ऐसे ज़ालिम और बढ़ेंगे।
दिल्ली के लाल किला के पास हुए विस्फोट में 15 लोगों की मौत हुई थी। आरोप है कि इस साजिश में शामिल चारों मुख्य आरोपी डॉ उमर नबी सहित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर थे। उमर नबी ने फिदायीन बन कर इस विस्फोटक को अंजाम दिया।
ओवैसी ने इसे कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि शिक्षा संस्थानों में बैठकर बम बनाने की साजिश करना अक्षम्य अपराध है। हमसे वफ़ादारी का सर्टिफिकेट मत मांगो, मुसलमानों ने कभी देश से नफरत नहीं की। ओवैसी ने उन लोगों को भी सीधे संबोधित किया जो हर बार आतंक की घटना के बाद मुसलमानों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने कभी अपने देश से नफरत नहीं की। जो लोग मुसलमानों को गाली देते हैं और हर घटना पर वफ़ादारी का प्रमाण पत्र मांगते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हम बहुत कुछ झेल चुके हैं, आगे भी झेल सकते हैं, लेकिन हमने अपने वतन से कभी नफरत नहीं की।
ओवैसी ने आगे कहा कि मुसलमानों को दबाने की कोशिश दरअसल भारत को ही कमजोर करेगी। आप मुसलमानों को नफरत की नजर से देखेंगे, उनके साथ अन्याय करेंगे तो भारत विकसित राष्ट्र कैसे बनेगा?
दूसरे दर्जे के नागरिक बनाने की सोच रखने वाले भ्रम में न रहें
ओवैसी ने कहा कि भारतीय मुसलमान इस देश में इज़्ज़त और सम्मान के साथ जीते आए हैं और आगे भी जीते रहेंगे। ओवैसी ने चुनौती पूर्ण लहजे में कहा कि जो लोग सोचते हैं कि मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बना देंगे, वे गलतफहमी में हैं। दुनिया रहेगी, तब तक भारतीय मुसलमान इस देश में सम्मानपूर्वक रहेंगे।
CJI पर जूता फेंकने की घटना का जिक्र
अपने भाषण में ओवैसी ने उस घटना को भी याद दिलाया जब पिछले महीने एक वकील ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी। ओवैसी ने कहा कि अयोध्या मस्जिद के फैसले में हमारा पक्ष नहीं माना गया, लेकिन क्या किसी मुसलमान ने अदालत जाकर जज पर जूता फेंका? नहीं। मगर जिस व्यक्ति ने गवई साहब पर जूता फेंकने की कोशिश की क्योंकि वह बहुसंख्यक समुदाय से था, इसलिए उसके बारे में कोई नहीं बोलता।
ज्ञात रहे कि वकील राकेश किशोर ने कोर्ट में जूता फेंकने की कोशिश की थी और बाद में स्वीकार किया था कि यह उनके विरोध का तरीका था।
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