
अमेरिका से निकाले गए भारतीयों को लेकर अमृतसर पहुंचा अमेरिकी विमान, 120 लोगों को किया गया डिपोर्ट
जिन लोगों को अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया, उनमें पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं.
deportation flight Amritsar airport: अमेरिका से निर्वासित 120 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक स्पेशल विमान शनिवार देर रात अमृतसर हवाई अड्डे पर लैंड हुआ. यह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध प्रवास पर कड़े कदम उठाने के वादे के तहत निर्वासित किए गए भारतीयों का दूसरा बैच था. अधिकारियों के अनुसार, जिन लोगों को अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया, उनमें 67 पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 और 1-1 हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर से हैं.
इससे पहले शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा किया और कहा कि उनकी सरकार ने दूसरे बैच के निर्वासितों में से पंजाब के निवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए व्यवस्थाएं की हैं. हमारी गाड़ियां उन्हें उनके स्थानों तक ले जाने के लिए तैयार हैं. सूत्रों के अनुसार, रविवार को एक और विमान, जिसमें 157 निर्वासित होंगे, अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है.
पहला विमान और हथकड़ी विवाद
इससे पहले 5 फरवरी को एक अमेरिकी वायुसेना का विमान भारतीय निर्वासितों को लेकर अमृतसर पहुंचा था. इस विमान में कुल 104 भारतीय नागरिक सवार थे. तब कई निर्वासितों ने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान उनके हाथ और पैर हथकड़ी में बंधे हुए थे और उन्हें केवल अमृतसर में उतरने के बाद ही जंजीर से मुक्त किया गया था.
इससे पूरे देश में गुस्सा फूटा और विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह अपनी वाशिंगटन यात्रा के दौरान इस मुद्दे को अमेरिका के सामने उठाएं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया था कि भारतीय प्रवासियों के साथ "कचरे से भी बुरा व्यवहार" किया गया था. ऐसे में व्यापक विरोध के बाद दिल्ली ने वाशिंगटन को निर्वासितों के साथ किए गए व्यवहार पर अपनी चिंताएं व्यक्त की थी.
पंजाब सीएम का केंद्र पर निशाना
वहीं, विमान के उतरने से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर हवाई अड्डे पर अमेरिकी विमानों द्वारा भारतीय निर्वासितों को उतारने को लेकर केंद्रीय सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इसे पवित्र शहर को "निर्वासन केंद्र" नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे पवित्र शहर (अमृतसर) को निर्वासन केंद्र मत बनाओ. देश में कई एयरबेस हैं और विमान को किसी भी एक पर उतारा जा सकता है.