भीषण गर्मी से झूलस रहे पौधे, सब्जियों की कीमत में आया उछाल; बिगड़ा किचन का बजट
पूरा भारत भीषण गर्मी की चपेट में जल रहा है. आलम यह है कि इंसान ही नहीं, बल्कि पौधों पर भी इस तपती गर्मी का नकारात्मक असर पड़ रहा है. इसका प्रभाव सब्जियों के दामों पर भी पड़ रहा है.
Vegetable Price Hike: पूरा भारत भीषण गर्मी की चपेट में जल रहा है. आलम यह है कि इंसान ही नहीं, बल्कि पौधों पर भी इस तपती गर्मी का नकारात्मक असर पड़ रहा है. लू के थपेड़े एक तरफ जहां इंसानों को बीमार कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ पौधों के लिए भी जानलेवा साबित हो रहे हैं. इसका असर सब्जियों के दामों में हो रहे इजाफे के तौर पर देखा जा सकता है.
देशभर प्रचंड गर्मी का सामना कर रहा है. हालांकि, दक्षिण औऱ पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में वहां लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. लेकिन खासकर उत्तर भारत अभी भी भीषण गर्मी की आग में जल रहा है. बढ़ते तापमान की वजह से खेतों में लगी सब्जियों के पौधे तक जल गए हैं. जिससे कि मंडी तक सब्जियों की आवक नहीं हो पा रही है और फल-सब्जियों की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. इससे आम लोगों के किचन का बजट भी बढ़ गया है.
भीषण गर्मी के कारण टमाटर, लौकी, तोरई की फसल नष्ट हो गई है और इनकी कीमतों में 50 फीसदी तक का उछाल देखा जा रहा है. आजादपुर मंडी में हिमाचल का टमाटर 25 किलो का क्रेट 1000 रुपये में बिक रहा है. कर्नाटक के खेतों से यह ही टमाटर 40 रुपये के भाव में उठ रहा है. वहीं, जिस शिमला मिर्च का होलसेल प्राइस हफ्तेभर पहले 50-60 रुपये किलो था, वह अब 100-110 रुपये किलो बिक रहा है. नींबू का रेट 160 रुपये किलो तक पहुंच गया है. अदरक 150 से 170 रुपये किलो चल रहा है. आलू मुख्य रुपये से यूपी-बंगाल से आता है. उसकी आवक कम हो गई है.
फलों की बात करें तो इसका हाल भी गर्मी के मारे बुरा है. सेब, आम, अनार, पपीता, तरबूज, खरबूज, मौसमी, नारियल जैसे फलों के रेट में 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा रही है.