
पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला: पिछड़े जिलों को किया नजरअंदाज
PM Kisan: प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का फोकस सिर्फ योजनाओं की घोषणा नहीं, बल्कि जमीन पर बदलाव लाना है और इसके लिए स्थानीय स्तर पर भागीदारी और ज़िम्मेदारी जरूरी है.
Aspirational Districts: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) में एक विशेष कृषि कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस की पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने देश के पिछड़े जिलों को नजरअंदाज कर दिया था. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 100 से ज्यादा जिलों को 'पिछड़ा' घोषित किया. लेकिन बाद में उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया. जबकि उनकी (बीजेपी) सरकार ने इन जिलों को "आकांक्षी जिले" (Aspirational Districts) घोषित कर तेजी से विकास की दिशा में काम किया.
उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि हर विभाग अपना योगदान दे, नागरिक भागीदारी निभाएं और जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो. प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस योजना से पिछड़े जिलों में कई बड़े बदलाव हुए हैं. पहले 20% बस्तियां सड़कों से नहीं जुड़ी थीं. अब लगभग सभी बस्तियां सड़क से जुड़ गई हैं. पहले 17% बच्चों को टीका नहीं लग पाया था. अब अधिकतर बच्चों को समय पर टीके मिल रहे हैं. पहले 15% से ज्यादा स्कूलों में बिजली नहीं थी. अब हर स्कूल में बिजली की सुविधा है.
आकांक्षी जिला कार्यक्रम
यह योजना जनवरी 2018 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य देश के 112 सबसे पिछड़े जिलों को तेजी से विकसित करना है. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने कृषि क्षेत्र को ज्यादा प्राथमिकता दी है. कांग्रेस सरकार ने 10 साल में केवल ₹5 करोड़ की खाद सब्सिडी दी. एनडीए सरकार ने 10 साल में ₹13 लाख करोड़ से ज्यादा की सब्सिडी दी है. जितना पैसा कांग्रेस एक साल में किसानों पर खर्च करती थी, उतना तो हम पीएम किसान योजना से सीधे किसानों के खातों में भेजते हैं.
दो नई योजनाओं की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने दो नई योजनाएं शुरू करने का ऐलान किया:-
1. पीएम धन धान्य कृषि योजना – ₹24,000 करोड़
लक्ष्य
* कृषि उत्पादकता बढ़ाना
* फसल विविधीकरण
* सिंचाई और भंडारण सुविधाओं को सुधारना
* किसानों को आसान ऋण उपलब्ध कराना
2. दालों में आत्मनिर्भरता मिशन– ₹11,440 करोड़
लक्ष्य
* दालों की खेती बढ़ाना
* उत्पादन, खरीद, भंडारण और प्रसंस्करण बेहतर करना
* दालों की पैदावार और आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनाना
खेती सुधरे, तो गांव की अर्थव्यवस्था सुधरती है
पीएम मोदी ने युवा अधिकारियों और जिला प्रमुखों से अपील की कि अपने इलाके की मिट्टी और मौसम को ध्यान में रखकर एक ठोस योजना बनाएं. क्योंकि इस योजना की सफलता स्थानीय स्तर पर अमल करने पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा कि जब खेती सुधरती है तो गांव की पूरी आर्थिक स्थिति बदल जाती है.
प्रोटीन का महत्व और किसानों से बातचीत
पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने कार्यक्रम में आने से पहले कई किसानों और महिला कृषि कर्मियों से बातचीत की और उनके अनुभव सुने. उन्होंने कहा कि भारत में, खासकर शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है, क्योंकि यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अहम है.