PM Modi का Congress पर हमला: गांधी परिवार, संविधान, आपातकाल और आरक्षण का जिक्र
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PM Modi का Congress पर हमला: गांधी परिवार, संविधान, आपातकाल और आरक्षण का जिक्र

संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर सनासाद के शीत कालीन सत्र में हो रही चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में संबोधन करते हुए कांग्रेस और गाँधी परिवार को संविधान बदलने का आदि बताया.


PM Modi On Constituion Of India : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में "भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा" पर अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने संविधान में बदलाव, आपातकाल, और आरक्षण जैसे मुद्दों पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। सिर्फ इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने परोक्ष और अपरोक्ष तौर पर राहुल गाँधी के हर उन आरोपों पर भी वार किया, जिन्हें राहुल गाँधी लगातार भाजपा पर लगाते आ रहे हैं। खासतौर से संविधान को लेकर लगाए जाने वाले आरोप। यदि ये कहें कि प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गाँधी के हर आरोपों को उल्टा कांग्रेस और गाँधी परिवार पर ही मढ़ दिया तो ये गलत नहीं होगा।

सिर्फ इतना ही नहीं पिछड़ा वर्ग की बात करने वाले राहुल गाँधी और कांग्रेस पर प्रधानमंत्री मोदी ने ये आरोप तक लगा दिया कि जब तक कांग्रेस की सरकार सत्ता में रही तब तक देश के पिछड़ा वर्ग को आरक्षण से दूर रखा गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के संविधान को लेकर लोकसभा में क्या कहा और कैसे कांग्रेस को संविधान बदलने का आदि बताया, समझते हैं 7 पॉइंट में

1. आपातकाल और न्यायपालिका पर निशाना
पीएम मोदी ने कहा, "इंदिरा गांधी ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंट दिया। न्यायपालिका का गला दबा दिया गया और हजारों लोगों को जेल में डाल दिया गया।" उन्होंने 1971 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए संविधान संशोधन का जिक्र करते हुए कहा, "उन्होंने अदालत के पंख काट दिए थे।"

2. नेहरू और इंदिरा गांधी पर आरोप
पीएम ने कहा, "पंडित नेहरू का अपना संविधान चलता था। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं की सलाह नहीं मानी और संविधान को बदलने की प्रक्रिया शुरू की।" इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, "कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।"

3. शाहबानो केस का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, "शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट ने एक महिला को उसका हक दिया, लेकिन राजीव गांधी ने वोट बैंक की राजनीति के लिए संविधान की भावना का बलिदान कर दिया।"

4. आरक्षण पर कांग्रेस की आलोचना
उन्होंने आरोप लगाया, "नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने आरक्षण का विरोध किया। मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दशकों तक दबाकर रखा गया। कांग्रेस ने धर्म आधारित आरक्षण की राजनीति कर संविधान की भावना को ठेस पहुंचाई।"

5. 'गरीबी हटाओ' को बताया सबसे बड़ा जुमला
पीएम ने कहा, "हिंदुस्तान का सबसे बड़ा जुमला था 'गरीबी हटाओ'। कांग्रेस ने इस नारे से अपनी राजनीति चमकाई, लेकिन गरीबों का भला नहीं हुआ।"

6. परिवारवाद पर कटाक्ष
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा, "कांग्रेस की अगली पीढ़ी भी संविधान की अवमानना में लगी है। सरकार का मुखिया कैबिनेट नोट बनाता है, और उसे परिवार की अगली पीढ़ी फाड़ देती है।"

7. कांग्रेस को 'संविधान संशोधन का आदी' बताया
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस के मुंह संविधान संशोधन का खून लग गया है। उन्होंने 75 बार संविधान बदला।" प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर परिवारवाद, संविधान के दुरुपयोग और आरक्षण विरोधी राजनीति के आरोप लगाते हुए 75 साल के संवैधानिक सफर में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल खड़े किए।


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