400 पार सीट को लेकर कॉन्फिडेंट, साउथ में भी करेंगे बेहतर प्रदर्शन: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरा भरोसा है कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटें हासिल करेगा और भगवा दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी.
Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए मौजूदा लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें हासिल करेगा और भगवा दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश के लिए हमारी रणनीति एक ही है. फिर एक बार मोदी सरकार और चार जून 400 पार. पीएम मोदी ने कहा कि उनके विरोधियों ने एक 'मिथक' गढ़ा है कि दक्षिणी राज्यों में भाजपा की कोई ताकत या उपस्थिति नहीं है. साल 2019 के चुनावों को देखें तो दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ही थी. इस बार भी दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा होगी और उसके सहयोगी इसमें और सीटें जोड़ेंगे.
अभी बीजेपी के दक्षिण में 29 सीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दक्षिण भारत में 543 लोकसभा सीटों में से 131 सीटें हैं. निवर्तमान सदन में भाजपा के 29 सदस्यों के अलावा कर्नाटक से समर्थित एक निर्दलीय सदस्य है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा पूर्वी भारत में भी लोगों के समर्थन में भारी वृद्धि देख रही है. मोदी के अनुसार, भुवनेश्वर, कोलकाता और यहां तक कि दिल्ली में मीडिया और राजनीति के एक वर्ग के लोगों की रातों की नींद हराम कर रहा है. क्योंकि एनडीए सरकार विशेष रूप से इस क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है.
लाल गलियारा बनेगा भगवा
उन्होंने कहा कि तथाकथित 'लाल गलियारा' इन चुनावों में 'भगवा गलियारा' बन जाएगा. चुनाव के पिछले चरणों के सभी आकलन से पता चलता है कि एनडीए "पोल पोजीशन" में है और कांग्रेस अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगियों के साथ, कुछ राज्यों में अपना खाता खोलने के लिए भी संघर्ष कर रही है. जनता का आशीर्वाद हमें रिकॉर्ड तोड़ जनादेश तक ले जाएगा. हम देश के सभी हिस्सों से विशेषकर दक्षिण और पूर्व से अधिक सीटें पाएंगे. एनडीए इस बार 400 सीटें हासिल करने की राह पर है.
राष्ट्र प्रथम हमारी विचारधारा
पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा पहले दिन से ही वास्तव में एक राष्ट्रीय पार्टी रही है, न केवल भौगोलिक उपस्थिति में, बल्कि हमारी विचारधारा में भी. हमारे लिए ‘राष्ट्र प्रथम’ हमारी विचारधारा की नींव है. अगर हम बंगाल या केरल के लिए निर्णय लेते हैं तो यह राष्ट्र प्रथम के आधार पर होगा.
बीजेपी को लेकर फैलाया गया मिथक
उन्होंने कहा कि चार चरणों के चुनाव के बाद मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारा अनुमान सही था और हमारे अनुमान से अधिक जनता का दृढ़ संकल्प था. दक्षिण में भाजपा की कमजोरी के बारे में कहानी उस अभियान का हिस्सा है, जिसने पार्टी को शहरी-केंद्रित, पुरुष-केंद्रित, उत्तर-केंद्रित और "बनिया-ब्राह्मण" पार्टी के रूप में चित्रित किया है. यह एक मिथक फैलाया गया है. हमारे लिए तो यह भी कहा गया कि हम एक बनिया-ब्राह्मण पार्टी हैं. लेकिन सबसे ज्यादा संख्या दलित, ओबीसी और आदिवासी सांसद/विधायकों की बीजेपी से ही है.