पीएम मोदी ने जी7 में की पोप फ्रांसिस से मुलाकात, भारत आने का दिया निमंत्रण
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पीएम मोदी ने जी7 में की पोप फ्रांसिस से मुलाकात, भारत आने का दिया निमंत्रण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पोप फ्रांसिस से मुलाकात कर भारत आने का निमंत्रण दिया.


PM Modi met Pope Francis: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पोप फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण दिया और कहा कि वह लोगों की सेवा के लिए पोप की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हैं. पीएम मोदी दक्षिणी इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में वैश्विक नेताओं से गर्म जोशी से मिले और विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया.

मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. मैं लोगों की सेवा करने और हमारी धरती को बेहतर बनाने की उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा करता हूं. साथ ही उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया. बता दें कि देश में आम चुनावों से पहले मोदी और भाजपा ने ईसाई समुदाय को लुभाने के लिए कई कदम उठाए हैं.

मोदी को विश्वव्यापी कैथोलिक चर्च के 87 वर्षीय प्रमुख के साथ हल्की-फुल्की बातचीत करते देखा गया, जिन्हें बोरगो एग्नाज़िया के शिखर सम्मेलन स्थल पर एकत्रित विश्व नेताओं में से प्रत्येक का अभिवादन करने के लिए व्हीलचेयर पर मेज के चारों ओर ले जाया गया. पोप ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर के विषय पर आउटरीच सत्र में अपने संबोधन में कहा कि यह हममें से प्रत्येक पर निर्भर है कि हम एआई का अच्छा उपयोग करें. इस सत्र में जी7 के प्रतिभागियों और ग्लोबल साउथ के अन्य नेताओं ने भाग लिया था, जिन्हें इस वर्ष के शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने आमंत्रित किया था.

प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2021 में वेटिकन के अपोस्टोलिक पैलेस में एक निजी मुलाकात के दौरान पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी और दुनिया भर के लोगों पर इसके असर पर चर्चा की. उन्होंने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा की थी.

प्रधानमंत्री ने पोप को जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत द्वारा की गई महत्वाकांक्षी पहलों के साथ-साथ एक अरब कोविड-19 टीकाकरण खुराक देने में भारत की सफलता के बारे में जानकारी दी. बताया जाता है कि पोप ने महामारी के दौरान जरूरतमंद देशों को भारत की सहायता की सराहना की.

पीएमओ के अनुसार, भारत और होली सी (कैथोलिक चर्च की वेटिकन स्थित सरकार) के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो साल 1948 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के समय से ही है. एशिया में दूसरी सबसे बड़ी कैथोलिक आबादी वाला देश होने के कारण भारत को अगले साल पोप के दौरे की उम्मीद है.

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