GST 2.0 : पीएम मोदी ने जनता के नाम लिखा पत्र कहा ‘नागरिक देवो भव हमारा मंत्र’
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प्रधानमंत्री मोदी के एक्स हैंडल से ली गयी तस्वीर 

GST 2.0 : पीएम मोदी ने जनता के नाम लिखा पत्र कहा ‘नागरिक देवो भव हमारा मंत्र’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस पत्र में जनता को न केवल जीएसटी में हुए सुधारों को लेकर जानकारी दी है बल्कि उसके साथ ही स्वदेशी अपनाने पर भी जोर दिया है.


GST 2.0 : देश में शारदीय नवरात्र के पहले दिन ही केंद्र सरकार ने आम जनता को एक बड़ा तोहफ़ा दिया है। 22 सितम्बर से GST 2.0 यानी नेक्स्ट जनरेशन गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स रिफॉर्म्स लागू कर दिए गए हैं। इस नए सिस्टम के तहत GST दरों में व्यापक कमी की गई है, जिससे रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ों से लेकर बड़े खर्चों तक पर आम नागरिक को राहत मिलेगी।

खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की शाम राष्ट्र को संबोधित किया और सोमवार की शाम एक खुला पत्र भी जनता के नाम लिखा। सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किए गए इस पत्र में उन्होंने नवरात्र की शुभकामनाएँ दीं और इसे “GST बचत उत्सव” का नाम दिया।

क्या है नया GST 2.0?

अब मुख्य रूप से केवल दो ही स्लैब होंगे।

रोजमर्रा की ज़रूरी चीज़ें जैसे खाना, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट जैसी वस्तुएं या तो पूरी तरह टैक्स-फ्री होंगी या फिर 5% की न्यूनतम दर में आएंगी।

हेल्थ इंश्योरेंस पर GST को पूरी तरह हटा दिया गया है।

घर बनाने, गाड़ी खरीदने, होटल-रेस्टोरेंट में खाना खाने और छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना अब अपेक्षाकृत सस्ता होगा।

दुकानदारों और व्यापारियों को सरल सिस्टम मिलेगा, वहीं ग्राहकों को सीधे बचत का लाभ।



पीएम मोदी का पत्र: ‘नागरिक देवो भव हमारा मंत्र’

प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा कि 2017 में GST की शुरुआत से देश को अलग-अलग टैक्स और टोल के जंजाल से मुक्ति मिली थी। अब GST 2.0 इस यात्रा को और आगे ले जाएगा।

उन्होंने लिखा कि—

बीते 11 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।

देश में एक नया मिडिल क्लास बना है, जिसे और मज़बूत करने की कोशिश की जा रही है।

12 लाख रुपये तक की आय पर अब कोई इनकम टैक्स नहीं, और जब इसे नए GST रिफॉर्म्स के साथ जोड़ा जाए तो देशवासियों को सालाना लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी।

मोदी ने आगे कहा कि “2047 तक विकसित भारत का संकल्प तभी पूरा होगा जब आत्मनिर्भरता को जीवन का हिस्सा बनाया जाए। स्वदेशी को अपनाकर हम न केवल अपने कारीगरों और श्रमिकों को मज़बूत करेंगे बल्कि युवाओं के लिए रोज़गार भी पैदा करेंगे।”

स्वदेशी पर ज़ोर

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की :

“चाहे ब्रांड कोई भी हो, कंपनी कोई भी हो, अगर उसमें भारतीय श्रमिक और कारीगर की मेहनत लगी है तो वह स्वदेशी है। जब भी आप स्वदेशी सामान खरीदते हैं, आप कई परिवारों की रोज़ी-रोटी और देश के भविष्य में निवेश करते हैं।”

त्योहारों में बढ़ेगी रौनक

सरकार का दावा है कि इस बार त्योहारों की खरीदारी का मज़ा पहले से अधिक होगा। दुकानदार भी “पहले और अब” बोर्ड लगाकर ग्राहकों को दिखा रहे हैं कि किस सामान की कीमत कितनी घटी है।

नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही यह नया कर सुधार लागू होना सरकार के लिए एक राजनीतिक और आर्थिक संदेश दोनों है। यह न केवल जनता की जेब को राहत देगा बल्कि आत्मनिर्भर भारत के अभियान को भी नई गति प्रदान करेगा।

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