पहले सड़क पर मंगलसूत्र-मुजरा अब संसद में जिक्र, कांग्रेस ने की घेराबंदी
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पहले सड़क पर मंगलसूत्र-मुजरा अब संसद में जिक्र, कांग्रेस ने की घेराबंदी

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा और राज्यसभा में बहस का आगाज हो चुका है. राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेपर लीक पर मोदी सरकार को घेरा.


President Speech Debate in Rajya Sabha: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हर एक दल की नजर जादुई आंकड़े 272 पर थी. उस नंबर को पाने के लिए राजनीतिक दलों ने एक दूसरे पर निशाना साधा. किसी ने आरक्षण और विरासत टैक्स का राग अलापा तो किसी ने मंगलसूत्र और मुजरा के जरिए जवाब दिया. नतीजे आ चुके हैं. सरकार भी बन चुकी है और अब संसद का सत्र चल रहा है.विपक्ष इस दफा पहले से कहीं अधिक ताकतवर है तो मोदी सरकार पर हमले की रफ्तार भी तेज हो चुकी है.देश में आज से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो चुके हैं तो इसके बीच नीच यूजी एग्जाम वाला मुद्दा भी गरमाया हुआ है.

हमें बोलते थे घमंडी, 17 मंत्री चुनाव हारे
राज्य सभा में कांग्रेस सांसद और अपनी पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पेपरलीक और बेरोजगारी की बात करते हैं तो दूसरी तरफ वो मंगलसूत्र और मुजरा से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. हकीकत में झूठ बोलना, लोगों को बांटने का काम पहली बार हुआ है. इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया.दरअसल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा और राज्यसभा में बहस की शुरुआत हो चुकी है.लोकसभा में सत्ता पक्ष की तरफ से अनुराग ठाकुर और राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बहस की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि ये सरकार हमें घमंडी बोलती थी लेकिन 17 मंत्री चुनाव हार गए.

हम बात करते हैं कुछ जवाब मिलता है कुछ
हम बात करते हैं किसानों की मोदी जी भैंस खोल ले जाने की बात करते हैं. हम बीजेपी के बारे में देश बांटने की बात करते हैं तो वो औरंगजेब की बात करना शुरू कर देते हैं. रोजगार की बात करो तो मन की बात. इतिहास को लेकर फैसला करने में जनता सक्षम है.खड़गे ने शायरान अंदाज में कहा कि सच बोलने वाले अक्सर कम ही बोलते हैं, झूठ बोलने वाले निरंतर और हरदम बोलते रहते हैं. आप एक बार सच बोलिये फिर कुछ कहने की जरूरत नहीं, लेकिन एक दफा झूठ बोलने के बाद बार बार झूठ बोलना पड़ता है. चुनाव प्रचार में पीएम मोदी 400 से अधिक दफा मंदिर-मस्जिद और दूसरे धर्मों की बात करते हैं. 200 से अधिक दफा पाकिस्तान और अल्पसंख्यक, कांग्रेस के घोषणापत्र को एक खास धर्म से जोड़ दिया. उसके बाद जिस आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए वो चुप बैठा रहा. हमारी पार्टी की तरफ से 117 से अधिक शिकायतें चुनाव आयोग को दी गई लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ.

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